मध्यप्रदेश में पिछले चार महीनों से स्टेट और नेशनल हाईवे की हालत बेहद खराब है। गड्ढों में सड़कों का नामोनिशान गुम हो चुका है, और आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। इसके बावजूद, टोल टैक्स वसूली लगातार जारी है, जिससे आम जनता की परेशानियां बढ़ रही हैं। स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि इन सड़कों पर यात्रा करना एक जोखिम भरा काम हो गया है, लेकिन राज्य के मंत्री और अफसर इस ओर से बिल्कुल अनदेखी कर रहे हैं।
नरसिंहपुर से गुजरने वाले स्टेट और नेशनल हाईवे की स्थिति इस कदर खराब हो चुकी है कि लोग अपनी सुरक्षा के लिए गड्ढों में ईंटें या पेड़ की डालियां रख देते हैं ताकि वाहन चालकों को खतरे का अंदाजा हो सके। बावजूद इसके, टोल टैक्स बूथ पर वाहन चालकों से नियमित रूप से वसूली जारी है, जिससे लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में सड़कें बदहाल हैं और इन जिलों में बने टोल बूथ वाहन चालकों के लिए सिरदर्द बन गए हैं।
हाल ही में एक घटना में नरसिंहपुर जिले से जबलपुर जाते समय गणेश प्रतिमा को ले जा रही गाड़ी गड्ढों की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिससे प्रतिमा खंडित हो गई। इस तरह की घटनाएं अब आम हो चुकी हैं, लेकिन संबंधित विभागों और अधिकारियों की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। नरसिंहपुर से नर्मदापुरम, रायसेन, जबलपुर और छिंदवाड़ा के स्टेट हाईवे की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि वाहन चालकों को अपने वाहनों की टूट-फूट का सामना करना पड़ रहा है।
जनता की आवाज पर सुनवाई नहीं!
नेशनल हाईवे 44 पर भी स्थिति कुछ अलग नहीं है। जबलपुर से नरसिंहपुर आ रहे एक ट्रक चालक त्रिभुवन पटेल ने बताया, “नरसिंहपुर से जबलपुर तक के सफर में हमें दो जगह टोल टैक्स देना पड़ता है, जबकि सड़कों की हालत बेहद खराब है। सरकार को सिर्फ पैसे वसूलने की चिंता है, सुविधाओं की नहीं।” इसी तरह, मुकेश अग्रवाल, जो अपनी फैमिली के साथ गोटेगांव के पास यात्रा कर रहे थे, की कार एक गहरे गड्ढे की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हो गई। वे कहते हैं, “सरकार सिर्फ मध्यम वर्ग के लोगों से टोल टैक्स वसूलती है, जबकि सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं मिलता।”
नरसिंहपुर से जबलपुर, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा और रायसेन जाने वाले सभी मार्गों पर स्थिति समान है। एडवोकेट आशीष यादव ने कहा, “जब सरकार सड़कों को ठीक नहीं कर सकती, तो कम से कम चार महीने के लिए टोल टैक्स फ्री करना चाहिए।”
सरकारी जवाब…
मध्यप्रदेश सड़क विकास प्राधिकरण, जबलपुर के संभागीय प्रबंधक आरएस चंदेल का कहना है,
“हां, सड़कों की स्थिति खराब है, लेकिन अब उन्हें बरसात के बाद ही सुधारा जा सकता है। स्टेट हाईवे के शोल्डर साइड की घास-फूस की सफाई भी की जाएगी।”