नरसिंहपुर। जहां एक तरफ प्रदेश और देश में गौमाता पूजनीय मानी गई है और चुनाव के समय गौमाता के नाम पर बड़े-बड़े मंचों से गौसेवा और गौवंशों की योजनाओं को गिनाया जाता है।
उसी के उलट आज सरकार द्वारा बनाई गई गौशालाओं में गौमाता की हालत बद से बदतर हो रही है और उचित चारे-भूसा की व्यवस्था न होने से गौवंश तिल-तिल कर मरने को मजबूर हैं।
यह स्थिति नरसिंहपुर जनपद के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत देवरी कला में निर्मित की गई मुख्यमंत्री गौसेवा योजना के अंतर्गत गौशाला की है। इस गौशाला में गौवंशों के लिए लंबे समय से ना भूसा की व्यवस्था की गई है ना चारे की।
सिर्फ गौशाला की शोभा बनाने के लिए गौवंशों को कैद करके रखा गया है जिससे पिछले हफ्ते लगभग 15 गौवंशों की मौत हो गई और रोज यहां भूख के कारण गौवंशों की मौत हो रही है।
इन मृत गौवंशों को खुले मैदान में फेंक दिया गया है जिससे गौशाला के पीछे पड़ी जगह में की गौवंशों की लाशों के ढेर लग रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, उक्त गौशाला का प्रबंधन कुछ समय पहले तक एक समिति के द्वारा किया जा रहा था तथा कुछ समय पूर्व ही उक्त समिति ने गौशाला की व्यवस्था छोड़ दी थी।
वर्तमान में ग्राम पंचायत देवरी कला द्वारा ही गौशाला का प्रबंधन किया जा रहा है। उक्त गौशाला में पूर्व में 115 गौवंश थे और वर्तमान में 80 गौवंश हैं।
गौशाला में गौवंशों की भूख-प्यास से मौत होने और उनके मृत शरीर को लापरवाही से फेंके जाने की जानकारी मिलने पर गौरक्षा संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा रोष व्यक्त कर इस मामले में कार्यवाही करने व गौशाला में गौवंशों की देखभाल व भूसा-चारे की सुचारू व्यवस्था किये जाने की मांग की गई है।