बजट में नर्मदा एक्सप्रे-वे के लिए हुआ आवंटन, नरसिंहपुर जिले के दिन बहुरने की उम्मीदें


नर्मदा एक्सप्रेस-वे से कृषि प्रधान नरसिंहपुर जिले के दिन बहुरने की उम्मीदें बढ़ गई हैं। नर्मदा एक्सप्रेस-वे के निर्माण से जिले में उद्योग और व्यवसायिक गतिविधियों को देर-सबेर बढ़ावा मिलेगा।


ब्रजेश शर्मा
नरसिंहपुर Published On :
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– उद्योग और व्यवसायिक गतिविधियों को मिलेगा बढ़ावा।

नरसिंहपुर। नर्मदा एक्सप्रेस-वे से कृषि प्रधान नरसिंहपुर जिले के दिन बहुरने की उम्मीदें बढ़ गई हैं। नर्मदा एक्सप्रेस-वे के निर्माण से जिले में उद्योग और व्यवसायिक गतिविधियों को देर-सबेर बढ़ावा मिलेगा।

मप्र सरकार के बजट में नर्मदा एक्सप्रेस-वे (948 किमी के निर्माण को लेकर) के लिए आवंटन की घोषणा की गई है। एक्सप्रेस-वे को बढ़ाकर गुजरात के अंकलेश्वर तक ले जाने की योजना है।

इससे एक्सप्रेस-वे की लंबाई 1265 किमी हो जाएगी। एक्सप्रेस-वे के निर्माण से दोनों तरफ औद्योगिक कलस्टर और अन्य व्यवसायिक गतिविधियां शुरू हो सकेंगी। प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद जिले के विकास को नई रफ्तार मिल सकेगी।

नर्मदा परिक्रमा के वक्त की थी सीएम ने घोषणा –

नर्मदा एक्सप्रेस-वे की घोषणा वर्ष 2018 में विधानसभा चुनाव के पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा परिक्रमा के वक्त की थी। उत्तरप्रदेश के यमुना एक्सप्रेस-वे की तर्ज पर मप्र में भी नर्मदा नदी के बहाव क्षेत्र में ही एक्सप्रेस-वे का निर्माण होगा।

इसका कुछ हिस्सा विंध्य से गुजरेगा। प्रदेश का पूर्वी हिस्सा पश्चिमी हिस्से से जुड़ेगा। बजट में एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए डीपीआर तैयार करने की बात कही गई है।

इसके लिए बजट में पैसे का प्रावधान भी किया गया है। इसके लिए लोक निर्माण विभाग को बीते वर्ष की अपेक्षा 475 करोड़ बढ़ाकर 7341 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए जाएंगे।

जिले की बदलेगी तस्वीर –

नर्मदा एक्सप्रेस-वे नरसिंहपुर जिले से गुजरेगा। होशंगाबाद, पिपरिया, जबलपुर से गुजरने वाले इस एक्सप्रेस-वे से जिले के दो नेशनल हाइवे एनएच 12 व एनएच 44 जुड़ेंगे। साथ ही स्टेट हाइवे 22 के दूसरे मार्ग भी जुड़ेंगे।

वैसे ही बजट में यह भी कहा गया है कि 250 आबादी वाले आदिवासी गांवों को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में 52 सौ किमी लंबाई की सड़कें बनेंगी। कुछ सड़कें जिले के हिस्से में आएंगी और वह एक्सप्रेस-वे से जुड़ेंगी।

यह होगा फायदा –

  • बढ़ेगी व्यवसायिक गतिविधियां
  • परिवहन के आयाम बढ़ने से रोजगार के अवसर
  • उद्योग पनपेंगे
  • खेती-बाड़ी और ग्रामीण क्षेत्रों का कायाकल्प

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