नरसिंहपुर। गेहूं, चना और मसूर को समर्थन मूल्य पर देने के लिए क्षेत्र के किसान गुरुवार 25 फरवरी को अंतिम तारीख होने पर भी विभिन्न खरीद केन्द्रों, कियोस्क सेंटर और समितियों के चक्कर लगाते रहे।
नरसिंहपुर जिले में अंतिम तारीख के प्रारंभिक आंकड़ों के मुताबिक पंजीयन कराने वाले किसानों का आंकड़ा 54 हजार पार कर गया है जो बीते वर्ष की तुलना में अधिक है। इस बार जिले में गेहूं का सबसे ज्यादा रकबा है जिसका पंजीयन कराने वाले किसानों का आंकड़ा 46 हजार पार कर रहा था।
नरसिंहपुर, गाडरवारा, सांईखेड़ा, करेली, गोटेगांव, तेंदूखेड़ा आदि क्षेत्रों में पंजीयन कराने के लिए किसान आखिरी दिन भी भटकते रहे। यद्यपि कहीं-कहीं सर्वर ठीक रहने से सुविधाजनक तौर पर पंजीयन हो गया, लेकिन कुछ स्थानों पर मुश्किलें भी हुईं।
इस कारण से किसान गांव की समितियों या कियोस्क सेंटर की जगह एमपी ऑनलाइन के किसी सेंटर या गाडरवारा के कंप्यूटर केन्द्रों पर माथापच्ची करते रहे।
अंतिम तारीख के प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार जिले में अंतिम तारीख की शाम तक 54 हजार से ज्यादा पंजीयन हो चुके थे। यह सिलसिला जारी था। इनमें गेहूं के पंजीयन कराने वालों की संख्या 45964 रही।
चना का पंजीयन कराने वाले किसान 23450 रहे जबकि मसूर का पंजीयन कराने वाले किसान 5900 रहे। देर शाम तक कई केन्द्रों पर पंजीयन कराने के लिए किसान पहुंचते रहे। आंकड़ा बाद में स्पष्ट हो सकेगा।
तहसीलवार पंजीयन पर एक नजर
तहसील- कुल पंजीयन
गाडरवारा- 15863
गोटेगांव- 13818
सांईखेड़ा- 8261
नरसिंहपुर- 6531
करेली- 5836
तेंदूखेड़ा- 3779