नरसिंहपुर। नरसिंहपुर जिले में भी ब्लैक फंगस संक्रमण के पांच मरीज मिले हैं। इनमें एक की मौत हो गई है जबकि दूसरे की एक आंख की रोशनी चली गई है।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जहां जिले में कई की जान गई है और कई प्रभावित हुए हैं तो वहीं अब ब्लैक फंगस यानी म्यूकार्माइकोसिस लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है।
ब्लैक फंगस से जिले में 5 मरीजों की मिलने की पुष्टि हुई है जिसमें एक की मौत हुई है जबकि दूसरे की एक आंख की रोशनी चली गई है। जिला अस्पताल से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक जिला अस्पताल में जो मरीज आए हैं उनमें शालिग्राम स्थापक, राजेश गठलेवार, रजनी दुबे, प्रीतम रजक व एक करेली निवासी है।
इनमें से शालिग्राम स्थापक की पहले ही मौत हो चुकी है। उन्हें यहां के चिकित्सकों ने जबलपुर रेफ़र किया था, लेकिन जबलपुर के पहले ही उन्होंने रास्ते में दम तोड़ दिया।
इसी तरह ब्लैक फंगस से जूझ रहे राजेश को जबलपुर के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिनकी एक आंख की रोशनी चली गई है। अन्य दो का जिला अस्पताल में इलाज जारी है। इसके अलावा करेली निवासी एक और मरीज को ब्लैक फंगस के कारण जबलपुर में भर्ती कराया गया है।
यहां ब्लैक फ़ंगस को लेकर उन मरीजों में भी तनाव और घबराहट है जो हाल ही में कोरोना संक्रमण की चपेट में आए थे और इलाज के दौरान बमुश्किल ठीक हो सके हैं।
खास बात यह है कि यह कम उम्र वाले उन लोगों में भी देखा जा रहा है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर मानी जाती है। डॉक्टरों के अनुसार कुछ सावधानियां रखकर इससे बचा जा सकता है।
इसके लिए सबसे पहले शुगर अर्थात डायबिटीज से ग्रस्त व कोरोना से ठीक हुए लोगों को अपने ब्लड ग्लूकोज पर नजर रखनी चाहिए।
ऑफिशियल कोई रिपोर्टिंग नहीं है –
मेरे पास फिलहाल तो अभी इस तरह की कोई ऑफिशियल रिपोर्टिंग नहीं है। इस मामले में जिला अस्पताल से सिविल सर्जन ही कुछ बता सकेंगी
डॉ. मुकेश कुमार जैन, सीएमएचओ, नरसिंहपुर
मेरी तबीयत ठीक नहीं है किसी दूसरे डॉक्टर से बात कर लीजिए –
अभी मेरी तबीयत ठीक नहीं है अस्पताल में दूसरे डॉक्टर होंगे आप उनसे बात करके जानकारी ले लीजिए
डॉ. अनीता अग्रवाल, सिविल सर्जन, नरसिंहपुर