नरसिंहपुरः बरमान मेले पर कोरोना का साया, प्रशासन के निर्णय का लोगों ने किया विरोध, दुकानें बंद कर रैली निकाली


बरमान बंद के आयोजन में छोटे -बड़े सभी व्यापारियों ने हिस्सा लिया और अपनी दुकानें बंद रखीं। आम लोगों ने भी इसका पूरा सर्मथन किया। नागरिकों द्वारा बरमान रेत घाट पर मेले के आयोजन को लेकर सीढ़ी घाट से पुलिस चौकी तक रैली निकाली गई।


ब्रजेश शर्मा ब्रजेश शर्मा
घर की बात Published On :
व्यापारियों ने बरमान बंद कर निकाली रैली


नरसिंहपुर। प्रदेश में विख्यात बरमान मेला इस बार शायद न लगे या फिर इसकी रौनक पहले जैसी न हो। कोरोना बीमारी के चलते स्थानीय प्रशासन इस बारे में विचार कर रहा है लेकिन इससे स्थानीय लोग नाराज़ हैं। यही वजह रही कि मंगलवार को मेला व्यापारी संघ ने बरमान को बंद रखा और रैली निकाली। इस दौरान कलेक्टर के खिलाफ़ नारेबाज़ी भी की गई। यहां मौजूद एसडीएम से लोगों ने सवाल किए कि जब मुख्यमंत्री के सम्मेलन में भीड़भाड़ से कोरोना का डर नहीं है तो बरमान मेले के आयोजन को लेकर आपत्ति क्यों है ! खतरा कैसे हैं !

बरमान बंद के आयोजन में छोटे -बड़े सभी व्यापारियों ने हिस्सा लिया और अपनी दुकानें बंद रखीं। आम लोगों ने भी इसका पूरा सर्मथन किया। नागरिकों द्वारा बरमान रेत घाट पर मेले के आयोजन को लेकर सीढ़ी घाट से पुलिस चौकी तक रैली निकाली गई।

इस दौरान लोग कलेक्टर होश में आओ के  नारे लगा रहे थे। लोगों ने कहा कि प्रदेश भर में बड़े पैमाने पर सामुहिक कार्यक्रम हो रहे हैं, किसान सम्मेलन हो रहे हैं। फिर जब वहां ख़तरा नहीं है तो हमारे मेले में इतना ख़तरा कैसे हो सकता है।

इन लोगों ने इस बात पर  नाराज़गी जताई कि प्रदेश के प्रसिद्ध बरमान मेले को प्रभावित करने की प्रशासन की कोशिश है। ऐसे में अगर प्रशासन जल्द ही निर्णय लेता तो वे 23 दिसंबर से जिला मुख्यालय पर धरना देना शुरू करेंगे।

स्थानीय वक्ताओं ने तो बरमान मेले के आयोजन को लेकर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को भी कटघरे में खड़ा किया और पंचायत चुनाव के बहिष्कार तक की बात कह दी। उन्होंने ऐलान कर दिया कि  ना तो वह चुनाव लड़ेंगे और ना ही नेताओं को आने देंगे।

व्यापारियों ने कहा कि प्रशासन की निष्क्रियता से ही मेले की आय और मेले का भव्य स्वरूप साल दर साल घटता जा रहा है  जबकि इस मेले में रायसेन ,होशंगाबाद , सागर,  भोपाल और ग्वालियर और दूसरे राज्यों से भी लोग पहुंचते हैं। ये  आस्था और श्रद्धा के साथ व्यापारिक महत्व का भी अवसर है।

इस विरोध को रोकने के लिए एसडीएम राधेश्याम बघेल बरमान पहुंचे तो कुछ लोगों ने उनसे बातचीत की। उनको क्षेत्र के नागरिकों ने ज्ञापन सौंपा।

एसडीएम ने इस मौके पर कहा कि आपकी बात कलेक्टर साहब तक पहुंचाई जाएगी, अभी धारा 144 लगी है।  मेले से संबंधित कुछ बातें टेक्निकल हैं स्वास्थ्य विभाग के ही लोग बता सकेंगे की क्या स्थिति बन सकती है इसलिए पूरी बातचीत के बाद ही निर्णय लिया जा सकेगा।

लोगों के इस विरोध के बाद प्रशासन ने कुछ नर्मी बरती और बुधवार को व्यापारियों और नागरिकों के साथ बैठक कर इस मामले का हल निकालने के लिए कहा है। इसके लिए एक पत्र भी जारी किया गया है।



Related