खिरकिया। थाना छीपाबड़ परिसर में गुरुवार शाम नवदुर्गा उत्सव के मद्देनजर शांति समिति की बैठक एसडीएम रीता डेहरिया की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस दौरान कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए नवदुर्गा उत्सव मनाने पर चर्चा हुई।
बैठक में एसडीएम डेहरिया ने नवदुर्गा उत्सव समितियों को निर्देशित किया कि मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करने 30 गुणा 45 से बड़े साइज का पंडाल निर्मित न करें। पंडालों में गरबा और कन्याभोज पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। उन्होंने कहा कि पंडाल के लिए बिजली कंपनी से समितियां अस्थाई रूप से कनेक्शन प्राप्त करें। साथ ही पंडाल में सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंस का पूरी तरह से पालन करें। मास्क का नियमित रूप से उपयोग करना है।
एसडीएम डेहरिया ने कहा कि प्रतिदिन की आरती में भी 10 से ज्यादा श्रद्धालु न जुटें और इतने ही श्रद्धालु मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन भी करेंगे। नवदुर्गा उत्सस के दौरान डीजे पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा।
एसडीएम ने शीतला माता मंदिरों में प्रतिदिन श्रद्धालुओं के जल चढ़ाने को लेकर निर्देशित किया है कि मंदिर में सोशल डिस्टेंस का पालन कराते हुए प्रवेश और बाहर निकलने के लिए एकांगी मार्ग की स्थायी रूप से व्यवस्था करें, ताकि मंदिर के अंदर भीड़ न जुटे। साथ ही माला बनाने वाली समितियों से भी 5-5 लोग ही फूल तोड़ने के लिए जा सकेंगे, जिन्हें थाना से अनुमति पत्र भी मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि दशहरा पर्व को लेकर अलग से बैठक कर उसमें शासन के निर्देश के तहत चर्चा की जाएगी। बैठक में एसडीओपी राजेश सूल्या, प्रभारी तहसीलदार धर्मेंद्र चौकसे, टीआई ज्ञानू जायसवाल, नायब तहसीलदार कुलदीप सिंह, नगर परिषद सीएमओ एआर सांवरे सहित अन्य विभागों के प्रतिनिधि तथा नवदुर्गा उत्सव समितियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।