भोपाल। मध्यप्रदेश के शासकीय स्कूलों में अब बच्चों को स्वाधीनता सेनानी वीर सावरकर के बारे में भी पढ़ाया जाएगा। प्रदेश के स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री इंदर सिंह परमार ने इसकी घोषणा की। वहीं, कांग्रेस नेता आरिफ मसूद ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान बताया है।
राज्य के स्कूलों में वीर सावरकर के बारे में पढ़ाए जाने के लिए स्कूली पाठ्यक्रम में उनके अध्याय को शामिल किया जाएगा। इसके साथ-साथ बच्चे भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु जैसे क्रांतिकारियों के बारे में भी पढ़ेंगे।
मध्य प्रदेश सरकार स्कूली पाठ्यक्रम में वीर सावरकर पर अध्याय शामिल करेगी।
दुर्भाग्य से कांग्रेस ने भारत के सच्चे क्रांतिकारियों के बारे में नहीं पढ़ाया। मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना है कि हम सच्चे नायकों की जीवनियां शामिल करेंगे और नए पाठ्यक्रम में… https://t.co/hR1newgym3
— Deshgaon (@DeshgaonNews) June 29, 2023
स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि वीर सावरकर पहले लेखक थे, जिन्होंने 1857 के आंदोलन को ‘स्वतंत्रता संग्राम’ कहा था। भारत की आज़ादी में उनका अपूरणीय योगदान है और इसलिए उनको सम्मान मिलना चाहिए। दुर्भाग्य से कांग्रेस ने भारत के सच्चे क्रांतिकारियों के बारे में नहीं पढ़ाया। विदेशी आक्रांताओं को महान लिखा गया। हम सच्चे नायकों की जीवनियां शामिल करेंगे और नए पाठ्यक्रम में वीर सावरकर, भगवद्गीता संदेश, भगवान परशुराम, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु और अन्य शामिल होंगे।
स्कूल शिक्षा मंत्री परमार के इस बयान के बाद कांग्रेस नेताओं की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई है। भोपाल (मध्य) क्षेत्र से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि
यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वे (भाजपा) सावरकर को स्कूल पाठ्यक्रम में शामिल करना चाहते हैं। सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी थी। उन्हें पाठ्यक्रम में शामिल करना स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है।