फिरौती लेकर भी अपरहरणकर्ताओं ने कर दी बच्चे की हत्या

ब्रजेश शर्मा
घर की बात Updated On :
पुलिस को बच्चे का शव इस तरह पड़ा मिला


जबलपुर। अपहरणकर्ताओं ने फिरौती की रकम लेने के बावजूद कारोबारी के बेटे की हत्या कर दी है। रविवार की सुबह तेरह वर्षीय आदित्य लांबा की  लाश पनागर के बिछुआ गांव में नहर के पास  मिली है। मामले में तीन लोगों को पकड़ा गया था। जिनकी निशानदेही पर बच्चे की लाश बरामद हुई है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले में भी कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।  मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ऐसे अपराधियों को खत्म करने के लिए प्रभावी कार्रवाई होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को मामले में किसी भी तरह की ढ़िलाई न बरतने के लिए कहा है। उन्होंने कहा है कि इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

इस दौरान अपहरणकर्ताओं ने बच्चे के पिता से फिरौती की रकम भी ले ली। बच्चे की फिरौती दो करोड़ रुपए मांगी गई थी और  परिवार करीब आठ लाख रुपए दे भी चुका था।

पुलिस के अनुसार धनवंतरी नगर एलआईजी निवासी मुकेश लाम्बा ब्लास्टिंग का काम करते हैं। इससे पहले उनका ट्रांसपोर्ट का कारोबार था। परिवार में पत्नी सुमन लाम्बा, बेटी और 13 वर्षीय बेटा आदित्य लाम्बा था। गुरुवार की शाम छह बजे आदित्य अपनी मां सुमन से 50 रुपए लेकर मैगी खरीदने निकला था। इसके बाद से वह नहीं लौटा।

मृतक आदित्य लाम्बा

एक घंटे बाद मां सुमन के पास एक कॉल आया, जिसमें  आदित्य के अगवा किए जाने की जानकारी देकर  फिरौती की मांग की गई। बेटे के अपहरण की खबर मिलते ही उसकी मां सुमन ने किसी तरह खुद को संभाला और पति मुकेश को इसकी खबर दी।

इसके बाद अपहरणकर्ताओं का पिता मुकेश लाम्बा के पास फोन आया और उनसे फिरौती की मांग की गई।  इसके बाद संजीवनी नगर थाने को सूचना दी गई।

अपहरण और फिरौती का मामला सामने आते ही अधिकारी भी हरकत में आए। प्रकरण में अपहरण व फिरौती का मामला दर्ज करते हुए आदित्य की तलाश शुरू की गई।

अपहरणकर्ता ने मुकेश लाम्बा से उनके बेटे आदित्य की शुक्रवार को बात भी कराई थी और फिरौती की रकम भी मांगी थी । सीसीटीवी फुटेज में एक कार गोहलपुर अमखेरा में देखी गई। जिसके बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है।

नहर के पास खोजबीन करती पुलिस

अपहरणकर्ताओं का लोकेशन भी पनागर क्षेत्र में लगातार मिल रहा था। यहां तक कि आरोपियों ने फिरौती की रकम भी पनागर क्षेत्र में ही ली। इसके बावजूद  पुलिस घेराबंदी करने और बच्चे को बचाने में नाकाम रही।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक फिरौती की रकम लेने के बाद ही अपहरणकर्ताओं ने बच्चे की हत्या कर नहर में फेंक दिया।  बताया जाता है कि अपहरणकर्ता कारोबारी के करीबी हैं और उन्हें पुलिस की एक-एक पल की जानकारी थी। मामले में तीनों की गिरफ्तारी के बाद बच्चे की हत्या का खुलासा हुआ।

इन आरोपियों के नाम मोनू विश्वकर्मा, जग्गी  हैं वहीं इनके साथ एक अन्य आरोपी भी शामिल है। तीनों अधारताल क्षेत्र के रहने वाले हैं।

इसके पहले रात में गोरखपुर क्राइम ब्रांच में अधिकारियों की बैठक हुई फिर पूछताछ में पता चला कि आरोपियों ने बच्चे को नहर में फेंका है। इसके बाद कलेक्टर और सिंचाई विभाग से समन्वय से नहर का पानी रोका गया।

सुबह  बच्चे की लाश पनागर के बिछुआ गांव के पास नहर में मिली बालक का शव मिलने की सूचना के बाद लांबा परिवार सदमे में  है वहीं माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है।


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