खरगोन। नगर से गुजर रही जल संसाधन विभाग की नहर के किनारे की जमीन लगातार अतिक्रमण की चपेट में आती जा रही है। आलम यह है कि बेशकीमती इस जमीन पर जहां लोगों ने अपने मकान खड़े कर लिए हैं। वहीं सांठ-गांठ कर इस सरकारी जमीन पर प्लॉट काटने का काम भी किया जा रहा है, जिसकी शिकायतें लगातार की जा रही हैं।
बुधवार को तहसीलदार आरसी खतेडिया ने जल संसाधन विभाग अफसरों की मौजूदगी में राजश्री जिनिंग के सामने नहर की भूमि पर किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए चिन्हित किया।
तहसीलदार खतेडिया ने बताया कि एसडीओ जल संसाधन विभाग ने राजस्व विभाग को राजश्री जिनिंग के पास नहर की भूमि पर किए गए पक्के अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई का प्रतिवेदन दिया था।
जल संसाधन विभाग के अनुसार नहर 15 मीटर की परिधि में होती है। इसके आधार पर मौका मुआयना किया। यहां किए गए स्थायी निर्माण की नपती कर किए गए अतिक्रमण को चिन्हित किया गया है।
जल संसाधन विभाग की जमान पर चिन्हित मौके पर करीब छह से अधिक दुकानें बनी पाईं गईं, जिनकी नपती के बाद चिन्हित किया है। 30 जनवरी तक दुकानदारों ने स्वेच्छा से अतिक्रमण नहीं हटाया तो कार्रवाई करेंगे।
कॉलोनाइजर ने बेचे हैं प्लॉट –
क्षेत्र के असलम, इमरान पेंटर, सद्दाम, मोहसीन, अमजद पहलवान आदि ने बताया कि उन्होंने यह जमीन कॉलोनाइजर हरीश जैन से खरीदी है। फिलहाल जमीन की रजिस्ट्री नहीं हुई है और सौदा चिट्ठी के आधार पर दुकानें बनाई हैं।
अब तहसीलदार ने दुकानें अतिक्रमण में बताई हैं और करीब 10 फीट अतिक्रमण चिन्हित कर हटाने के निर्देश दिए हैं। कॉलोनाइजर हरीश जैन से चर्चा की जा रही है।
नहर पर अतिक्रमण की शिकायत पर मौका मुआयना कर नपती कराई गई है। अतिक्रमण पाए जाने पर 30 जनवरी तक का स्वयं निर्माण हटाने का समय दिया है। – आरसी खतेडिय़ा, तहसीलदार, खरगोन।