खरगोनः नुक्कड़ नाटक से महिलाओं के प्रति सम्मान का भाव जगाने का प्रयास


महिला सम्मान अभियान के तहत रविवार को पुलिस प्रशासन ने राधावल्लभ मार्केट में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों में महिलाओं के प्रति सम्मान एवं आदर का भाव जगाने का प्रयास किया।


कांतिलाल कर्मा
घर की बात Published On :
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खरगोन। महिला सम्मान अभियान के तहत रविवार को पुलिस प्रशासन ने राधावल्लभ मार्केट में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों में महिलाओं के प्रति सम्मान एवं आदर का भाव जगाने का प्रयास किया।

वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में पुलिस आरक्षकों ने नुक्कड़ नाटक के जरिये वर्तमान परिस्थितियों पर तंज कसा कि घर हो या बाजार, लड़कियां सुरक्षित है कहां…?

कलाकारों ने जीवंत अभिनय कर दर्शकों के दिलों को भी झकझोर कर रख दिया। कलाकारों ने महिलाओं, बेटियों, बहनों, बहुओं की अहमियत को बताया, जिसे देख लोग भावुक हुए और तालियां बजाकर कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।

बेटियों की शिक्षा, सुरक्षा और महिला हिंसा, लैंगिक भेदभाव, बाजार, स्कूल, कॉलेज, बस यहां तक की कामकाज के स्थानों पर हो रही छेड़छाड़ पर नुक्कड़ नाटक में दिखाया गया।

कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कन्या भ्रूण हत्या, घरेलू हिंसा को रोकने और बेटी बचाओ जैसे कई संदेश दिए।

नाटक की शुरुआत में कलाकारों ने अपना आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि महिलाओं की भारतीय समाज में आदिकाल से पूजा होती रही है, लेकिन पुरुष प्रधान सोच होने के कारण महिलाओं को वो सम्मान नहीं मिल पा रहा है जिसकी वो हकदार हैं।

हम नवरात्र में कन्याओं का पूजन करते हैं, इसके बावजूद कन्या भ्रूण हत्या, बेटा-बेटी में फर्क को अंजाम देते हैं। इस सोच को बदलना होगा।

बेटियों के मान-सम्मान, स्वास्थ्य व सुरक्षा पर बेटों के समान ध्यान देना होगा। बेटियों को भी शिक्षा का अधिकार मिलना चाहिए ताकि वह एक सम्मानपूर्ण जीवन व्यतीत कर सकें। कलाकारों ने बताया कि बेटियों के बिना समाज की कल्पना नहीं की जा सकती।

इस दौरान मौजूद अफसरों ने कहा कि जब तक समाज जागरूक नहीं होगा, तब तक बेटियों को उनका अधिकार भी नहीं मिलेगा। नुक्कड़ नाटक के जरिये समाज को जागरूक करने का भी यही उद्देश्य है कि लोग महिलाओं का सम्मान करें।


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