ज्योतिरादित्य सिंधिया लगातार तोड़ रहे कांग्रेस, इस बार दिग्गी राजा के प्रताप को भाजपा में ले आए


इसके बाद कुछ और कांग्रेस के पुराने चेहरों के भाजपा में जाने की खबरें उड़ रहीं हैं। यह होता है या नहीं, यह तो समय ही बताएगा लेकिन फिलहाल यह कहना गलत नहीं  होगा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेस पार्टी को तोड़ने का अभियान लगातार जारी है और इस बार वे अपने विरोधी दिग्विजय सिंह के कुनबे में सेंध लगा रहे हैं।


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भोपाल में प्रताप मंडलोई ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा के सामने ली भाजपा की सदस्यता


भोपाल। मार्च से अब तक कांग्रेस के नेताओं का अपनी पार्टी से टूटकर भारतीय जनता पार्टी में जाना जारी है। भाजपा के लिए  इस काम में सबसे आगे सबसे पहले टूटकर आए ज्योतिरादित्य सिंधिया रहे हैं। वे अब दिग्विजय सिंह के करीबी पूर्व विधायक को तोड़कर अपनी पार्टी में लेकर आए हैं। इसके साथ ही माना जा रहा है कि उन्होंने दिग्विजय सिंह के करीबी नेताओं को भी भाजपा में लाने का फैसला कर लिया है।

इस बार सिंधिया राजगढ़ के कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक प्रताप मंडलोई को भाजपा में लेकर आए हैं। अब तक प्रताप मंडलोई को राजा यानि दिग्विजय सिंह का प्रताप कहा जाता था लेकिन अब वे ज्योतिरादित्य के प्रताप बन गए हैं। शुक्रवार को उन्होंने भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज, राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा के सामने भाजपा की सदस्यता ले ली।

प्रताप मंडलाई राजगढ़ में दिग्विजय सिंह के बेहद करीबी माने जाते हैं वे  1998 में विधायक बने थे। इसके बाद उन्होंने खुद अपनी गाड़ी पर लिखवाया था राजा का प्रताप…।  इसके बाद 2003 के चुनाव में पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इसके बाद 2018 का चुनाव वह कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय लड़े थे इस बार उन्हें करीब  35 हजार वोट मिले थे।

इसके बाद कुछ और कांग्रेस के पुराने चेहरों के भाजपा में जाने की खबरें उड़ रहीं हैं। यह होता है या नहीं यह तो समय ही बताएगा लेकिन फिलहाल यह कहना गलत नहीं  होगा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेस पार्टी को तोड़ने का अभियान लगातार जारी है और इस बार वे अपने विरोधी दिग्विजय सिंह के कुनबे में सेंध लगा रहे हैं।


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