भोपाल। जाट समाज द्वारा जाट महाकुंभ का आयोजन 14 मई 2023 को भोपाल के भेल दशहरा मैदान में किया जा रहा है। इस महाकुंभ में देशभर से जाट समाज के एक लाख से अधिक के लोगों के शामिल होने की उम्मीद की जा रही है।
जाट महाकुंभ महासम्मेलन के आयोजक लक्ष्मण चौधरी के मुताबिक, सम्मेलन की शुरुआत 14 मई को सुबह 10 बजे से हो जाएगी जो शाम तक चलेगी। इस सम्मेलन में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कृषिमंत्री एवं किसान नेता कमल पटेल के साथ जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक, केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, कैलाश चौधरी, आरएलपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल, अखिल भारतीय जाट महासभा के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह जाट, आरक्षण संघर्ष समिति के यशपाल मलिक, आईएनएलडी के अध्यक्ष अभय चौटाला, राजस्थान के पूर्व मंत्री रामनारायण डूडी, पूर्व सांसद बद्री लाल जाखड़, मध्यप्रदेश के सांसद राव उदय प्रताप सिंह, राष्ट्रीय निशानेबाज खिलाड़ी कु. मनु भाकर, मुक्केबाजी में गोल्ड मेडलिस्ट अमित पंघाल सहित समाज की देश-प्रदेश की अनेक हस्तियां मंच पर उपस्थित रहेंगी।
जाट समाज के प्रवक्ता लक्ष्मण चौधरी ने बताया कि इस महाकुंभ में 14 सूत्री मांग पत्र समाज की ओर से केंद्र और राज्य सरकारों के साथ प्रमुख राजनीतिक दलों के लिए रखा जाएगा ताकि विभिन्न मंचों पर समाज के लोग अपना स्थान बना सकें।
मध्यप्रदेश में जाट समाज के वीर सपूतों के साथ जाट समाज के महापुरुषों की यादों और उनके स्थानों को संरक्षित करने की मांग सहित जाट समाज अपने शैक्षिक, सामाजिक व सर्वांगीण विकास हेतु श्री वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड के गठन के साथ महानगरो में भूमि आवंटन सहित मांगे सरकार के सामने रखी जाएंगी।
जाट समाज की ये हैं मुख्य मांगें –
- मध्यप्रदेश राज्य वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड का गठन किया जाए ।
- तेजाजी महाराज के निर्वाण दिवस तेजादशमी पर 1 दिन का प्रदेश में शासकीय अवकाश घोषित किया जावे ।
- केंद्र की भर्ती परीक्षाओं में जाट समाज को ओबीसी में शामिल किया जाए ।
- ओबीसी आरक्षण की बहाली की जावे 27% आरक्षण लागू किया जावे ।
- जाट समाज के शैक्षणिक भवन के लिए भोपाल, इंदौर और ग्वालियर में भूमि आवंटित की जावे।
- चुनाव के समय टिकट वितरण में जाट समाज के उम्मीदवारों को भाजपा से 10 टिकट दिए जावे ।
- ग्वालियर में स्थित महाराजा भीमसिंह राणा की छतरी एवं भीमताल को यथा स्थान पर संरक्षित किया जाए एवं ओंकारेश्वर में स्थित जाट धर्मशाला को भी यथास्थान पर रखा जाए ।
- हमारे समाज के महापुरुषों के इतिहास के साथ जो छेड़छाड़ की जा रही है उसे बंद किया जावे और इतिहासकारों की टीम बनाकर उसे सुधारा जावे ।
- हूण विजेता जाट सम्राट यशोधर्मन विर्क की मूर्ति भोपाल में स्थापित की जावे एवं मंदसौर में स्थित मूर्ति के नीचे शिलालेख पर जाट सम्राट यशोधर्मन विर्क अंकित किया जावे ।
- जोगा जाट किले की मरम्मत कराकर उसे जाट राजा जोगा सिंह द्वारा निर्मित स्मारक ऐसा शिलालेख लिखकर वहां लगाया जावे
- जाट महापुरुषों के इतिहास को मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल किया जावे (चंदेरी के जाट राजा पूरणमल जिन्होंने पवार को हराया था, यशोधर्मन विर्क जिन्होंने विश्व विजेता हूणों को हराया था , गोहद नरेश महाराजा भीम सिंह राणा जिनके किले को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल किया गया जिनके राज्य में 360 किले और गढ़िया थी)। आजाद हिंद फौज के संस्थापक राजा महेंद्र प्रताप, हिंदू धर्म रक्षक महाराजा सूरजमल, महाराजा रणजीत सिंह, वीर गोकुला, भक्त शिरोमणि कर्मा बाई, धन्ना भगत उपरोक्त सभी महापुरुषों की प्रतिमाएं पूरे प्रदेश में स्थापित की जाए एवं इन्हें मध्यप्रदेश शिक्षा पाठ्यक्रम में भी सम्मिलित किया जाए ।