भोपाल। जबलपुर जिले के नुनसर के जरोंद गांव में बुधवार को एक घरेलू झगड़े में ख़ून-ख़राबा हो गया। यहां सास और बहु के बीच का झगड़ा इतना बढ़ गया कि उनमें धारदार हथियार चलने लगे। इस झगड़े में सास की मौत हो गई वहीं बेटा और बहू गंभीर रुप से घायल हो गए। मामले में पूरी जानकारी तो सामने नहीं आई है लेकिन पुलिस को अंदेशा है कि यह हमला घरेलू अनबन की वजह से हुआ हो सकता है।
पुलिस द्वारा एक समाचार सेवा को दी गई जानकारी के मुताबिक 75 वर्षीय मां मोंगा बाई विश्वकर्मा के साथ उनका बेटा पैंतीस वर्षीय राजेंद्र उर्फ़ गुड्डा और बत्तीस वर्षीय पत्नी रेखा उर्फ़ अर्चना रहते थे। बुधवार सुबह करीब दस बजे जब इस दंपत्ति के दस वर्षीय और ढ़ाई वर्षीय बेटे बाहर खेल रहे थे तो रेखा खून से लथपथ चीखते हुए बाहर निकली। इस दौरान उसका गला कटा हुआ था। बताया गया कि इस दौरान वह कह रही थी कि मेरे पति ने नहीं मैंने मार दिया।
पड़ोसियों ने यह सब देखा लेकिन वे कुछ समझ पाते कि कुछ ही देर में राजेंद्र भी बाहर निकला वह भी इसी तरह घायल था और बाहर आकर बेहोश हो गया। इसके बाद पड़ोसियों में अफ़रा-तफ़री मच गई। जब कुछ लोगों ने अंदर जाकर देखा तो मोंगा बाई अंदर थीं उनका भी गला रेता हुआ था और खून बह रहा था। इन तीनों को किसी तरह अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन अस्पताल में मोंगाबाई की मौत हो गई। इसके बाद राजेंद्र और रेखा को मेडिकल कॉलेज के अस्पताल रिफर कर दिया गया।
समाचार सेवा के मुताबिक घटना के बारे में पड़सियों को भी पूरी जानकारी नहीं है। पुलिस ने जब इस बारे में पूछताछ की तो पता चला कि सास-बहू में अक्सर अनबन होती रहती थी और इसके चलते घर में तक़रीबन रोज़ ही झगड़े भी होते थे। पुलिस ने घर में एक धारदार हंसिया बरामद किया है। इसके हत्थे पर खून लगा हुआ है लेकिन हंसिये की धार पर कोई निशान नहीं मिले हैं। क्षेत्र के एएसपी शिवेश सिंह बघेल के मुताबिक वे घटना स्थल पर गए थे। वहां सुबूत खोजे जा रहे हैं। हमला किसने किस पर किया यह तो स्पष्ट नहीं है लेकिन संभवतः यह घरेलू झगड़े का मामला हो सकता है। पुलिस इस बारे में आगे जांच कर रहीहै।