जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में बनी एकमात्र मेडिकल यूनिवर्सिटी भ्रष्टाचार और फर्जी नियुक्तियों संबंधी विवादों के बीच अब 80 हजार छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ का मामला सामने आया है।
मेडिकल यूनिवर्सिटी में दो साल से परीक्षाएं नहीं हुई हैं जिसके नतीजे में गुरुवार को हजारों की संख्या में मेडिकल स्टूडेंट्स ने परिसर में विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया।
प्रदेशभर से आए हजारों की संख्या में छात्रों ने जब कुलपति से मुलाकात करने की कोशिश की तो यूनिवर्सिटी का गेट बंद कर दिया गया जिसके बाद नाराज छात्र जबरन गेट खोल दिया और भीतर जा घुसे।
मेडिकल यूनिवर्सिटी पहुंचकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे इन छात्र-छात्राओं ने आरोप लगाया है कि समय पर परीक्षा आयोजित ना होने से हजारों छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है और 80 हजार से ज्यादा छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ है।
हाल ही में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जबलपुर मेडिकल यूनिवर्सिटी के छात्रों का डेलिगेशन कांग्रेस नेता राहुल गांधी से भी मुलाकात कर उन्हें सारी समस्याओं से अवगत करा चुका है।
राहुल गांधी से मुलाकात करने वाले डेलिगेशन का नेतृत्व कर रहे रवि परमार ने कहा कि राहुल गांधी ने उन्हें कहा था कि ‘डरो मत। लड़ाई जारी रखो। राज्य में कांग्रेस की सरकार आते ही मेडिकल स्टूडेंट्स की मांगों को पूरा किया जाएगा।’
जबलपुर में प्रदर्शन कर रहे छात्र अभिषेक पांडे कहते हैं कि मध्यप्रदेश मेडिकल यूनिवर्सिटी आज भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुकी है। यहां पर छात्रों को शिक्षा नहीं दी जाती बल्कि उनसे रुपये लेकर उन्हें पास किया जाता है। आज यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले अधिकतर छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली और गड़बड़ियों से परेशान है।
बता दें कि बीएएमएस की परीक्षा टाइम-टेबल 2019 से लेकर आज तक 31 बार बदला जा चुका है जिसके कारण सत्र 15 माह देरी से चल रहा है।