जबलपुर। सरकार लगातार दावा कर रही है कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी नहीं है लेकिन अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से मौतों का सिलसिला रुक नहीं रहा है।
जबलपुर में लिक्विड प्लांट में खराबी की वजह से ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने से गुरुवार को सुबह 5 मरीजों की मौत हो गई। वहीं 4 लोगों की हालत गंभीर है।
प्रदेश के कई जिलों में ऑक्सीजन की कमी हो रही है। इस वजह से छोटे शहरों को मरीज बड़े शहरों के अस्पतालों में शिफ्ट हो रहे हैं, लेकिन प्रदेश के बड़े शहरों की स्थिति भी बेहतर नहीं है।
भोपाल, इंदौर और सागर में ऑक्सीजन की कमी से कई कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है। ऑक्सीजन की कमी के बीच सरकार ने 13 जिलों में नए ऑक्सीजन प्लांट खोलने की घोषणा की है। इससे प्रदेश को 200 मीट्रिक टन ऑक्सीजन उपलब्ध होगी।
कोरोना समीक्षा बैठक में तय किया गया है कि रेमडिसिवर इंजेक्शन को हेलिकॉप्टर से प्रदेश के सभी जिलों में भेजा जाएगा। वहीं ऑक्सीजन को ट्रेन से लाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रेलमंत्री से भी बात की है।
बता दें कि पिछले 24 घंटे में मध्यप्रदेश के 4 बड़े शहरों में ही 4635 नए केस आए हैं। वहीं 25 मौतें हुई हैं। सबसे ज्यादा नए केस इंदौर में 1693 आए हैं।
राजधानी में 1637 संक्रमित मिले और जबलपुर में 653 नए मरीज मिले हैं। प्रदेश में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अबतक 52 जिलों में से 28 जिलों में लॉकडाउन लगाया जा चुका है।
(यह खबर जोशहोश वेबसाइट से साभार ली गई है)