सिवनीः आदिवासियों की हत्या के बाद आदिवासी संगठनों के बंद का दिखा बड़ा असर


धरनास्थल पर धीरे-धीरे लोगों की भीड़ बढ़ती रही, वहीं दूसरी तरफ मौके पर मौजूद पुलिस विरोध कर रहे लोगों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की समझाइश देती रही।


DeshGaon
जबलपुर Published On :
seoni bandh

सिवनी। सिमरिया में दो आदिवासियों की हत्या के विरोध में सोमवार को विभिन्न आदिवासी संगठनों ने नगर पालिका के सामने विरोध प्रदर्शन किया और हत्यारों को फांसी देने के नारों के साथ सड़क पर जाम लगा दिया।

विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने शहर के बाहर से आंदोलन में शामिल होने आ रहे लोगों के वाहन रोकने के भी आरोप लगाए हैं। धरनास्थल पर धीरे-धीरे लोगों की भीड़ बढ़ती रही, वहीं दूसरी तरफ मौके पर मौजूद पुलिस विरोध कर रहे लोगों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की समझाइश देती रही।

हत्या के विरोध में आदिवासी संघर्ष समिति ने विभिन्न मांगों को लेकर जिला मुख्यालय में 9 मई को सिवनी बंद महाआंदोलन का आह्वान किया था।

आंदोलन के लिए पुलिस प्रशासन ने चाक चौबंद तैयारी की हुई थी और शहरी सीमा में प्रवेश कर बस स्टैंड पहुंचने वाले यात्री वाहनों व अन्य भारी वाहनों के रूट परिवर्तित कर दिए गए थे।

सोमवार सुबह 6 बजे से आंदोलन की समाप्ति तक यातायात व्यवस्था में कई बदलाव किए गए थे। वहीं किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए रविवार को पुलिस लाइन मैदान में वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में बलवा का मॉक ड्रिल व रिहर्सल कर तैयारियों को परखा गया।

बलवा ड्रिल के दौरान उपद्रवी भीड़तंत्र पर नियंत्रण हेतु उठाये जाने वाले आवश्यक कदम से विस्तार से पुलिसकर्मियों को अवगत कराया गया।

पुलिस विभाग के आला अधिकारियों ने बंद का आह्वान करने वाले संगठनों से शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात शासन-प्रशासन के समक्ष रखने की अपील की है। बंद को देखते हुए जिले के बाहर से भी पुलिस बल सिवनी मुख्यालय बुलाया जा रहा है।


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