इंदौर। महू तहसील में गौहत्या के आरोप में दो युवकों की जमकर पिटाई की गई। मामला किशनगंज थाना क्षेत्र का है जहां गलत फहमी के कारण काटने वाले दो युवकों के साथ हिंदुवादी नेताओं ने जमकर मारपीट की और शिकायत के लिये थाने पर जुट गए।
जानकारी मिलने पर एक सीएसपी, दो एएसपी व चार थाना प्रभारी थाने पर बल के साथ मौके पर पहुंच गए। हालांक बाद में मामला अपने आप ही शांत हो गया। हिन्दूवादी दलों ने दोनों युवकों को इतना पीटा कि उन्हें इंदौर रिफर करना पड़ा।
किशनगंज थाने में शनिवार को करीब दो घंटे तक एक हंगामा जारी रहा। जिसे शांत करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल यहां पहुंच गया। यह सब एक गलत फहमी के कारण हुआ जो कुछ हिन्दूवादी नेताओं को हो गई थी।
दरअसल उन्हें सूचना मिली कि हरसाेला फाटे के पास दो युवक गाय काट रहे है इसके बाद नेता समर्थकों के साथ मौके पर पहुंच गए व दोनों युवक जयकिशन पिता प्यारेलाल निवासी पीटरोड, महू एवं महेंद्र पिता छगनलाल निवासी तांगाखाना, महू के साथ जमकर मारपीट की।
पुलिस ने मौके पर पहुंच कर दोनों युवकों को थाने लाए और यहां से उपचार के लिए शासकीय अस्पताल भेजा। जहां से दोनों को इंदौर रिफर कर दिया गया।
मारपीट करने वाले पांच युवकों को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इसके बाद बड़ी संख्या में हिन्दूवादी नेता थाने पर जमा हो गए। यह पहले थाने का घेराव करने तथा हिरासत में लिए गए युवकों को छोड़ने की मांग करने वाले थे।
पुलिस के अनुसार पूछताछ में पता चला है कि घायल युवक मृत जानवरों की खाल निकालने का काम करते हैं और उक्त गाय को मरी हुई अवस्था में राउ से लाकर यहां सुनसान क्षेत्र में खाल निकाल रहे थे। जानकारी लगने के बाद थाने के बाहर पहुंचे नेता व समर्थक वापस चले गए।
इस विवाद की जानकारी लगने के बाद किसी ने वाट्सएप पर मैसेज वायरल कर दिया कि गाय काटने के विरोध में हिन्दूवादी नेताओं ने थाने का घेराव किया जबकि ऐसा कुछ नहीं हुआ।
यह जानकारी जिला पुलिस मुख्यालय व भोपाल तक पहुंच गई। विवाद की आशंका को देखते थाने पर वरिष्ठ अधिकारियों को पहुंचने का आदेश मिला।
जिसमें सराफा सीएसपी,दो एएसपी, तथा किशनगंज के अलावा महू, बड़गौंदा, राजेंद्र नगर थाने के प्रभारी, वज्र वाहन व पुलिस बल के साथ थाने पर पहुंच गए। करीब दो घंटे तक सभी थाने पर मौजूद रहे और बाद में लौट गए।