इंदौर। पुलिस से तंग आकर एक कॉलेज छात्र ने खुदकुशी कर ली। जानकारी के मुताबिक मृतक 21 वर्षीय आकाश माणकचंद बड़िया, शहर के महराजा रंजीत सिंह कॉलेज से बीबीए कोर्स में पहले साल की पढ़ाई कर रहा था।
आकाश ने खुदकुशी के पीछे तेजाजी नगर थाने के एक सबइंस्पेक्टर विकाश शर्मा और चंदन नगर थाने के टीआई को जिम्मेदार बताया है।
फांसी लगाे से पहले आकाश ने अपने मोबाइल स्टेटस पर इन दोनों पुलिसकर्मियों के बारे में लिखा। आकाश के परिजनों ने जब उसका शव फांसी पर लटका देखा तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने परिजनों के बयान लेने के बाद जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक मृतक आकाश को कुछ दिनों पहले परस्पर नगर की रहने वाली एक युवती के साथ घूम रहा था। इस दौरान एसआई विकास शर्मा ने दोनों को देख लिया था और बाद में वह आकाश को पकड़कर चंदन नगर थाने ले गया।
बताया जाता है कि यहां स्टाफ के सामने झूठे केस में फंसाने, भाई को सस्पेंड कराने और परिवार को परेशान करने की धमकी देते हुए लड़की से दूर रहने के लिए कहा गया। इसके बाद से आकाश तनाव में चल रहा था।
उक्त युवती एसआई शर्मा की रिश्तेदार बताई जा रही है। हालांकि शर्मा ने युवती के परिवार से केवल सामान्य जान पहचान की ही बात कही है।
मामले में चंदन नगर थाने के टीआई दिलीप पुरी का नाम भी सामने आया है। जानकारी के मुताबिक मृतक आकाश के भाई विकास सनावद में पटवारी हैं। उनके मुताबिक जिस दिन SI विकास शर्मा उनके भाई आकाश को थाने लेकर गया था, उस दिन टीआई दिलीप पुरी ने उसे भगा दिया था। इसके बाद में एसआई ने आकाश को वाट्सऐप कॉल कर धमकाया था।
इस मामले में मृतक ने चंदन नगर टीआई के बारे में अपने मोबाइल स्टेटस पर लिखा था लेकिन इसमें टीआई दिलीप पुरी का नाम नहीं लिखा गया। इसी तथ्य को टीआई दिलीप पुरी अपने लिए अहम मान रहे हैं।
दैनिक भास्कर वेबसाइट पर प्रकाशित उनके बयान के मुताबिक पुरी का कहना है कि आकाश ने स्टेट्स पर चंदन नगर टीआई के कारण जान देने की बात कही है, लेकिन उनका नाम नहीं दिया। वहीं टीआई पूर्व या वर्तमान यह भी नही बताया। पूरा मामला जांच का है।
कुछ महीने पहले तक दिलीप पुरी इंदौर के महू शहर के टीआई हुआ करते थे। वहां भी वे कुछ विवादों में रहे। इसके बाद से वे चंदन नगर थाने में हैं। मृतक आकाश को एसआई विकास शर्मा ने बीते दस फरवरी को युवती के साथ देखा था और इस दौरान दिलीप पुरी ही चंदन नगर के टीआई हैं।
वहीं पहले क्राइम ब्रांच में रहे एसआई विकास शर्मा ने अपने उपर लगे आरोपों को झूठा बताया है और कहा है कि वे उसे कभी भी चंदन नगर थाने लेकर नहीं गए हैं।