इंदौर। इंदौर में बेसहारा बुजुर्ग महिला के वायरल वीडियो ने हड़कंप मचा दिया है। महिला के पैर में जख्म हुआ था और उसमें हजारों कीड़े रेंग रहे थे। इसके बाद उन्हें एमवाय अस्पताल ले जाने की पेशकश की गई तो वृद्धा ने साफ मना कर दिया और कहा कि चाहे तो उसे श्मशान ले जाएं लेकिन एमवाय जैसे कसाईखाने में नहीं जाना है।
इंदौर के बिजासन क्षेत्र में खुले आसमान के नीचे लेटी करीब 50 वर्षीय वृद्धा पर एक सामाजिक संगठन के कार्यकर्ताओं की नजर सोमवार की सुबह पड़ी। उन्होंने जैसे ही उस पर पड़ा कंबल हटाया तो रोंगटे खड़े कर देनी वाली हकीकत सामने आई।
वायरल हो रहे वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि जिस कंबल में वो लिपट कर सो रही थी उसे हटाने पर उसके पैर के जख्म पर कीड़े रेंग रहे हैं, जिसके बाद वृद्धा को इलाज के लिए एमवाय ले जाने की बात कही गई तो उसने कहा कि उसे श्मशान ले जाओ, लेकिन वो एमवाय जैसे कसाईखाने में नहीं जाएगी क्योंकि उन लोगों की वजह से उसके पैर की हालत खराब हुई है।
इसके बाद सामाजिक कार्यकर्ताओं ने वृद्धा को अरविंदो अस्पताल भेजा, जहां उसका इलाज जारी है और उसके पैर का ऑपरेशन कर अरविंदो अस्पताल पूरा इलाज करेगा।
इधर, इस मामले के सामने आने के बाद निगम और जिला प्रशासन हरकत में आया और नगर निगम ने अब बेसहारा लोगों की मदद के लिए ठोस योजना भी बनाई है। निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल ने प्रभावितों की मदद के लिए तीन दलों का गठन किया है।
यह तीनों टीमें बेसहारा लोगों की मदद के लिए शहर भर में सक्रिय रहेगी। वहीं परेशानी से जूझ रहे लोगों को निगम द्वारा तय किए गए मैरिज गार्डन में शिफ़्ट करेगी। जहां प्राथमिक इलाज सहित इन्हें सभी सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी।
निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल ने इस महत्त्वपूर्ण कार्य के लिए जनता की भागीदारी भी सुनिश्चित की है, जिसके लिए जल्द ही हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाएगा। जनता हेल्पलाइन नंबर के ज़रिये बेसहारा लोगों की सूचना निगम को देकर मदद में भागीदारी दे सकेगी।
इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने बुजुर्ग महिला द्वारा एमवाय अस्पताल को कसाईखाना बताने पर अस्पताल की लापरवाही जांच कराने और दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कही है।