इंदौर। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आ रही है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में कुछ जगहों पर कोरोना कर्फ्यू में छूट दी जाएगी। हालांकि कुछ जिलों में अभी भी ऐसी स्थिति नहीं है। जहां की क्राइसिस मैनेजमेंट टीम ही आगे निर्णय लेगी। इंदौर जिले के कुछ हिस्सों में बेहद सख्ती की जा रही है। प्रशासन की कोशिश है कि यहां सक्रमण की चैन कैसे भी टूटे ताकि आगे ज्यादा संक्रमित न मिलें। इंदौर के अलावा भोपाल, सागर सहित सात ऐसे जिले है जहां आने वाले दिनों में कर्फ्यू में ढ़ील मिलने की उम्मीद कम ही है।
इन जिलों में फिलहाल संक्रमण की साप्ताहिक दर करीब पांच प्रतिशत से अधिक है। बीमारी के इस दौर में कर्फ्यू को लेकर तय मानकों के मुताबिक ऐसे में इन जिलों को कर्फ्यू में ढ़ील नहीं दी जा सकती है।
इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने भी स्पष्ट कर दिया है कि आने वाले दिनों में कंटेन्मेंट इलाकों में और भी सख़्ती करने के लिए कहा है । कलेक्टर ने साफ किया है कि इन इलाकों में केवल मेडिकल इरजेंसी के लिए ही छूट दी जाएगी।
कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने कहा कि #कंटेनमेंट_एरिया में सख्ती रखी जाएगी केवल मेडिकल इमरजेंसी के लिए ही छूट मिलेगी। #COVID19 #IndoreFightsCorona pic.twitter.com/3VL4MVJvAr
— Collector Indore (@IndoreCollector) May 27, 2021
इसके अलावा अब प्रदेश में 18 से 44 साल तक के लोगों के लिए वैक्सीनेशन की प्रक्रिया आसान की गई है। इस प्रक्रिया में अब पहचान के लिए ड्राइविंग लाइसेंस और वोटर ID को भी मान्य कर दिया गया है। अभी तक आधार कार्ड को अनिवार्य किया गया था। इसके साथ ही ग्रामीण इलाकों में रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है।
वहीं अब राजनीतिक और सार्वजनिक आयोजनों विशेषकर धरना-प्रदर्शन, रैलियों और धार्मिक आयोजन पर प्रतिबंध रहेगा। वैवाहिक कार्यक्रमों की अनुमति होगी, लेकिन वर-वधू दोनों पक्षों से सिर्फ 10-10 लोग ही शामिल हो पाएंगे।
शादी समारोह में आने वाले लोगों के लिए कोरोना निगेटिव टेस्ट अनिवार्य होगा। प्रदेश में लोगों को एक जगह जमा होने से रोकने के लिए धारा 144 लागू रहेगी।