महू के चोरल डेम पर बुधवार की रात हुई लूट और मारपीट की घटना के मामले को पुलिस ने कुछ घंटे में ही सुलझा लिया। इस मामले की परतें जब खुलने लगी तो पुलिस खुद भी अचरज में पड़ गई क्योंकि इस मामले में जब फरियादी और आरोपी एक ही थे।
पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना बुधवार देर रात 2 बजे के आसपास की है जब रुद्रांश मिश्रा अपने दोस्तों के साथ चोरल डेम घूमने गए थे।
रुद्रांश मिश्रा ने अपनी मां और छोटे भाई के तथा अपनी दोस्त आलिया शेख साथ थाने में मौखिक रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि वह और आलिया शेख, अपने दोस्त अंबर सिंह की स्विफ्ट कार से चोरल डेम गए थे। वहां चबूतरे के पास अचानक चार अज्ञात लड़के आए और उन पर हमला कर दिया। आरोपियों ने रुद्रांश के सिर और पीठ पर लाठियों से मारा और उनसे सोने की चैन, अंगूठियां, घड़ी, और मोबाइल फोन छीन लिए। आरोपियों ने आलिया शेख पर भी हमला कर उनके बाल खींचे और उनका आईफोन छीन लिया।
पुलिस की कार्रवाई:
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने मौके का निरीक्षण किया और त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस ने थाना प्रभारी बडगोंदा के नेतृत्व में तीन टीमों का गठन किया। जांच में मिशप्रित सिंह, संजय डाबर, विशाल डाबर, आदित्य परासर, और आलिया शेख की भूमिका संदिग्ध पाई गई। जब इनसे ज़रा सी सख़्ती से पूछताछ हुई तो इन्होंने काफी कुछ स्पष्ट कर दिया।
आरोपियों की गिरफ्तारी:
पुलिस ने पांचों आरोपियों को महेश्वर के पास से गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने रुद्रांश के साथ मारपीट और लूट की योजना बनाई थी। पुलिस ने आरोपियों से लूटे गए सोने और चांदी के आभूषण, मोबाइल फोन, और घटना में प्रयुक्त लाठी-डंडे बरामद किए।
पुलिस अधीक्षक ने कहा, “हमने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है और लूटे गए सामान को बरामद किया है। इस घटना में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
पुलिस अनुविभागीय अधिकारी ने बताया, “यह हमारी टीम की सराहनीय कोशिश है कि हमने इतनी जल्दी मामले को सुलझा लिया और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।”
पुलिस ने बताया कि इस मामले में आलिया शेख का पक्ष यह है कि रुद्रांश मिश्रा ने उससे सोशल मीडिया पर दोस्ती की और फिर वह उसके पीछे पड़ गया और आए दिन परेशान करने लगा, ऐसे में उसने (आलिया ने) मिश्रा को सबक सिखाने के लिए यह रास्ता अपनाया।
पहले इस घटना को इंदौर में ही कहीं अंजाम देने की योजना बनाई थी लेकिन इंदौर में भीड़भाड़ और पुलिस की ज्यादा मौजूदगी के कारण घटनास्थल को बदला गया। आरोपियों ने बताया कि इस वारदात पर अंजाम देने के लिए महू के आसपास के जंगल ज्यादा सुरक्षित हैं और इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने चोरल डेम का चयन किया और वहां रात को जाकर इस घटना को अंजाम दिया।
गिरफ्तार आरोपी:
1. मिशप्रित सिंह संदु उर्फ स्मार्टी, 22 साल
2. संजय डाबर, 25 साल
3. विशाल डाबर, 23 साल
4. आदित्य परासर, 19 साल
5. आलिया शेख, 19 साल
जप्त हुआ माल: पुलिस ने आरोपियों से लूटे गए सोने और चांदी के आभूषण, मोबाइल फोन, घटना में प्रयुक्त लाठी-डंडे, एक देशी पिस्टल जब्त किए हैं।
पुलिस ने बताया कि सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका में थाना प्रभारी लोकेन्द्र सिंह, एसआई रूपलाल मोरे, गोविंद गिरवाल, नीरज यादव, साइबर सेल के रवि तिवारी और उनकी टीम का विशेष योगदान रहा।