ग्रामीण क्षेत्रों में सख्तीः कलेक्टर ने जारी किये निर्देश, रंगपंचमी पर मौज-मस्ती पड़ सकती है भारी


सभी तहसीलों के एसडीएम को निर्देशित किया गया है कि जहां कहीं भी ऐसे रेस्टोरेंट या रिजार्ट संचालित हो रहे हैं वहां वे सुनिश्चित करें कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन हो।


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इन्दौर Updated On :
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इंदौर। कोरोना संक्रमण के कारण अब जिले की स्थिति और भी ख़तरनाक हो चुकी है। हालांकि इंदौर शहर के अलावा अब जिले का ग्रामीण इलाका भी स्थिति बिगाड़ता नज़र आ रहा है। पिछले दिनों बेटमा के एक रिजॉर्ट में धुलेंडी के दिन लॉकडाउन के बाद भी यह रिजार्ट खुला हुआ था और यहां करीब पांच सौ से अधिक लोग यहां खा-पी रहे थे। जिसके बाद जिला प्रशासन ने यहां कार्रवाई की और होटल सील कर दिया।

अब रंग पंचमी आने को है और इसे देखते हुए प्रशासन एक बार फिर चिंतित नज़र आ रहा है। कलेक्टर मनीष सिंह ने रंग पंचमी पर भीड़-भाड़ और लोगों के एकजुट होने के कारण संक्रमण फैलने की आशंका को देखते हुए एक निर्देश जारी किया है। कलेक्टर ने यह आदेश विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र के लिए जारी किया है।

इसके तहत सभी तहसीलों के एसडीएम को निर्देशित किया गया है कि जहां कहीं भी ऐसे रेस्टोरेंट या रिजार्ट संचालित हो रहे हैं वहां वे सुनिश्चित करें कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन हो। कलेक्टर के निर्देश के मुताबिक ऐसे स्थानों को धारा 144 के तहत बंद करवाने के लिए सभी एसडीएम से कहा गया है।

 

इसके तहत प्रशासन ने अब जिले में रंगपंचमी पर किसी भी तरह का जुलूस, गेर आदि के आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसी तरह सार्वजनिक रुप से रंगों का खेलना या डालना, झुंड में घूमना, वाहनों में अनावश्यक रुप से घूमने पर भी प्रतिबंध होगा। इसके लिए पुलिस रंगपंचमी की सुबह से की तैनात रहेगी और लोगों को ऐसा करने से रोकेगी वहीं लोगों के नहीं मानने पर उन पर कार्रवाई भी की जाएगी।

हालांकि इस आदेश को किस तरह से प्रशासन उपयोग करेगा यह कहना मुश्किल है क्योंकि पिछले दिनों जब होली पर लॉकडाउन लगाया गया था तब राउ क्षेत्र में हाईवे के किनारे के होटल-ढ़ाबे पूरी तरह खुले हुए हैं।


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