सूदखोरों से परेशान व्यापारी ने पातालपानी के झरने से कूदकर की आत्महत्या!


महू शहर से पिछले दिनों लापता हुए किराना व्यापारी मनीष खंडेलवाल की लाश पातालपानी झरने में तैरते हुए मिली है।


अरूण सोलंकी
इन्दौर Updated On :

इंंदौर। महू शहर के एक व्यापारी की लाश पर्यटन स्थल पातालपानी के झरने में तैरते हुए मिली है। पुलिस को आशंका है कि व्यापारी ने आत्महत्या की है। उक्त व्यापारी का नाम मनीष खंडेलवाल है जिसकी राज मोहल्ले में किराना दुकान है।

खंडेलवाल पिछले करीब तीन दिनों से लापता थे। बताया जाता है कि व्यापारी पर करीब दो करोड़ रुपये का कर्ज था और हर महीने इसके ऐवज में वह मोटा ब्याज लोगों को देता था लेकिन पिछले कुछ समय से लॉक डाउन के दौरान और इसके बाद व्यापार में काफी गिरावट आई और उसकी आर्थिक हालत बिगड़ती गई और इस दौरान उसे ब्याज भरने में परेशानी आने लगी थी और ब्याज को लेकर लोग उनपर दबाव बना रहे थे।

मृतक व्यापारी मनीष खंडेलवाल

महू शहर से पिछले दिनों लापता हुए किराना व्यापारी मनीष खंडेलवाल की लाश पातालपानी झरने में तैरते हुए मिली है। इससे पहले उन्हें आखिरी बार गुरुवार को देखा गया था जब वे अपने घर से दुकान जाने के लिए निकले थे लेकिन दोपहर तक दुकान नहीं पहुंचे। इस दौरान उनका मोबाइल फोन भी बंद रहा। जिसके बाद पुलिस ने परिवार से संपर्क किया।

पुलिस को आत्महत्या की आशंका थी क्योंकि शुक्रवार शाम को उनकी मोटरसाईकिल इसी इलाके में मिली थी।  इसके बाद से उन्हें लगतार खोजा जा रहा था। शनिवार रात उनका शव झरने में तैरते हुए मिल गया।

पुलिस के मुताबिक कपड़ों में से आधार कार्ड खंडेलवाल का ही मिला है। जानकारी के मुताबिक मनीष खंडेलवाल, किशनगंज क्षेत्र के इंद्रपुरी कॉलोनी में रहते थे।

घटना के बाद बाजार में तैर रहीं  चर्चाओं की मानें तो खंडेलवाल ने अपने व्यापार के लिए बाजार में दूसरे व्यापारियों से ब्याज पर करीब दो-तीन करोड़ रुपये तक की रकम ली थी। यह पैसा उन्होंने अपने व्यापार में लगाने के लिये लिया था लेकिन लॉकडाउन के दौरान और इसके बाद ही व्यापार में काफी मंदी थी जिसके चलते वे ब्याज  का पैसा चुका पाने में नाकाम हो रहे थे।

खबरों की मानें तो पैसे के लेनदार पैसा वापस निकालने के लिये उन पर कई तरह से दबाव बना रहे थे और खंडेलवाल को बुरी तरह परेशान कर दिया था। ऐसे में मानसिक रुप से काफी परेशान थे।

फिलहाल इस मामले में पुलिस अब जांच शुरु कर रही है। पुलिस के मुताबिक मृतक की कॉल डिटेल ही इस मामले में अहम साबित हो सकती है। इसके अलावा परिवार के सदस्यों से भी खंडेलवाल द्वारा किये गए लेन-देन की जानकारी ली जा रही है।


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