खेती किसानी के रंग में रंगने वाले किसानों के कलेक्टर टी राजा इलैया


जैविक महोत्सव में कलेक्टर पहुंचे थे। वहां वे एक-एक स्टॉल पर बिना लाव-लश्कर के पहुंचते। वहां जैविक खेती के बारे में गहराई से जानकारी लेते हुए खेती किसानी के रंग में रंग जाते।


डॉ. संतोष पाटीदार
इन्दौर Published On :
T Raja Ilaiah
जैविक मेले में जैविक उत्पादों का अवलोकन करते कलेक्टर इलैया और किसान संघ के महेश चौधरी साथ में आनंद ठाकुर आदि।


इंदौर। दोपहर का समय, जैविक महोत्सव में कृषि उत्पादों के साथ मौजूद युवा और महिला किसान, व्यवसायियों के बीच एक सरल, सौम्य, सहज, विनम्र शख्स सबके आकर्षण का केंद्र था। युवा किसानों और उद्यमियों से जानकारियों का आदान-प्रदान कर, उन्हें प्रोत्साहित करने वाले यह युवा वय व्यक्ति इंदौर के कलेक्टर टी राजा इलैया हैं।

शहर में हाल ही में आयोजित जैविक महोत्सव में कलेक्टर पहुंचे थे। वहां वे खेती किसानी के रंग में रंग जाते। एक-एक स्टॉल पर बिना लाव-लश्कर के पहुंचते। वहां जैविक खेती के बारे में गहराई से जानकारी लेते हुए खेती किसानी के रंग में रंग जाते।

खेती से लेकर उत्पादन और बाजार के साथ सरकार की योजनाओं के लाभ की योजनाओं और किसानो की समस्याओं पर बात करते नजर आए। खेती में महत्वपूर्ण काम कर रहे किसानों के मोबाइल नंबर भी नोट करते जाते।

नवाचार प्रयोगों की मालूमात करते संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते। मेले में उमड़ी भीड़ कलेक्टर साहब की सहजता से खुश होकर निडर सेल्फी लेती दिखी। कलेक्टर साहब हंसते-मुस्कुराते मिलते।

न तो आगे-आगे चाटुकार थे, न मीडिया की चेहरा दिखाऊ चौकड़ी, न तो पीछे-पीछे गनमैन व थानेदारों-अफसरों की घेराबंदी। लंबे समय बाद बिना रौबदाब वाले अफसर को अपने बीच पाकर प्रतिक्रिया आती है, ये हैं जनता के कलेक्टर…

टी राजा के साथ भारतीय किसान संघ के मप्र-छत्तीसगढ़ के संगठन मंत्री और प्रचारक महेश चौधरी, संघ के राष्ट्रीय पदाधिकारी विठ्ठल भाई, प्रांत के लक्ष्मी नारायण पटेल, आनंद ठाकुर, महानगर अध्यक्ष दिलीप मुकाती, कृष्ण पाल सिंह आदि थे।

चौधरी और आनंद किसानों के साथ उनके जैविक उत्पादों की जानकारी देते दिखे। तोमर एग्री टूरिज्म के नवाचार से कलेक्टर प्रभावित हुए। मेला आयोजक राहुल मालवीय और आनंद ठाकुर की मेहनत की तारीफ भी की।

किसानों से उन्होंने जी20 के कार्यक्रम के बारे में बात की। मोटा अनाज लेकर आए किसानों से विशेष तौर से बातचीत की। कार्यक्रम में सांसद शंकर लालवानी भी पहुंचे।

महेश चौधरी ने कहा कि

पहले हम जैविक खेती ही करते थे। कीट नियंत्रक का इस्तेमाल करते थे यानी प्रकृति खुद कीट नियंत्रण कर देती थी। अब हम जहरीले कीटनाशकों का उपयोग कर रहे हैं। किसान संघ जैविक खेती को बढ़ावा दे रहा है।

कार्यक्रम में पहुंचे सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि

हमारे खाने में हम ही जहर डाल रहे हैं। किसान कीटनाशकों और रासायनिक खाद दवाई से खुद भी बीमार हो रहे हैं। अनाज, सब्जी, फल, हवा-पानी सब जहरीले होने से हमारे शरीर में हर दिन जहर समा रहा है। कैंसर इसी का नतीजा है।

भारतीय किसान संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी विठ्ठल भाई ने कहा कि

युवा अवस्था और बच्चों में हार्ट अटैक, शुगर, किडनी की खतरनाक बीमारियां जहरीली खेती का नतीजा हैं। आश्चर्य है मेहनतकश किसान इन बीमारियों के शिकार हैं। वजह साफ है इसलिए जैविक खेती करनी ही होगी।


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