इंदौर। इंदौर पुलिस ने एक क्विंटल 51 किलोग्राम सिंथेटिक फॉर्मास्यूटिकल ड्रग्स के साथ पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जब्त किया ड्रग पैरासिटोमाल व अल्प्राजोलम दवा को मिलाकर तैयार किया गया है जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 15 करोड़ 18 लाख रुपये बताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, ये आरोपी शहर के सबसे व्यस्त बाजार (चेतक सेंटर) से ड्रग्स की सप्लाई करते थे। इस गिरोह के तार मंदसौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, सागर, महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब तक जुड़े हुए हैं और आरोपियों ने इन शहरों में ड्रग्स की सप्लाई करना स्वीकार किया है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गिरोह का सरगना मुजफ्फरपुर का अंकुर जाट है जो दुबई से नशीला पदार्थ खरीद कर पशु आहार की आड़ में पूरे देश में ड्रग्स की सप्लाई करता है।
डीसीपी जोन-4 राजेश कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपियों का नाम मोहम्मद आरिफ (भवानी नगर) कोमल से ड्रग्स लेकर सप्लाई करता है, कार्तिक बघेल (मुखर्जी नगर) पान की दुकान चलाता है, दिनेश राठौर (भवानी नगर) राघव के ऑफिस में काम करता है, कोमल सहरिया (नरवल) ड्रग्स तैयार करने का काम करता है, अजय जादौन (नार्थ गाडराखेड़ी) राघव के साथ ड्रग्स सप्लाई करता है।
पुलिस ने ड्रग्स से भरे ड्रम, बोरे, नोट गिनने की मशीन, मिक्सर और चार लाख रुपये नकद बरामद किए हैं। डीलर का नाम राघव है जो पॉल्ट्री फीड का लाइसेंस लेकर चेतक सेंटर में तीन फ्लैट किराये से लेकर विभिन्न शहरों में ड्रग्स की सप्लाई करता था।
पुलिस का दावा है कि जब्त ड्रग्स की कीमत यूं तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक करोड़ रुपये किलोग्राम है जिसे राघव 10 से 12 लाख रुपये किलो बेचता था। यह ड्रग मेथ, एलएसडी, म्याऊं-म्याऊं और एमडीएमए से ज्यादा नशीली है।
आरोपियों ने पूछताछ में जानकारी दी है कि मुजफ्फपुर का अंकुर जाट नशीले पदार्थों की सप्लाई करता था जिसमें पैरासिटामोल और अल्प्राजोलम पाउडर मिक्स कर ब्राउन शुगर की तरह सिंथेटिक ड्रग्स तैयार कर लेते थे।
इस ड्रग्स का तीन-चार बार सेवन करने के बाद व्यक्ति नशे का आदि होकर डोज के लिए तड़पने लगता है। पुलिस राघव और अंकुर की तलाश कर रही है।