इंदौर। इंदौर जिले के गौतमपुरा के समीप चंदनखेड़ी धर्माठ में मंगलवार की दोपहर हिंदूवादी संगठन द्वारा अयोध्या के राम मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह करने रैली निकाली जा रही थी। इसी दौरान कुछ कार्यकर्ता मस्जिद के सामने रुके और हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे।
इसी बात को लेकर बाइक से निकले लोगों का दूसरे पक्ष के कुछ लोगों से विवाद हो गया। लोगों ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिए। इस दौरान पुलिस बल भी तैनात था। बताया जा रहा है कि पुलिस की मौजूदगी में रैली पर पथराव करते हुए डंडे बरसाए गए।
सूचना मिलते ही इंदौर डीआरपी लाइन से 50 पुलिसकर्मियों की टुकड़ी के साथ आला अधिकारी घटनास्थल पहुंचे और दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की। जब बात नहीं बनी तो पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।
डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्रा ने कहा है कि पत्थरबाजों पर रासुका लगाई जाएगी। मामले में सात पत्थरबाजों की पहचान की गई है। इनकी जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। मौके पर कलेक्टर मनीष सिंह भी पहुंच सकते हैं।
इस पथराव में दर्जन भर से ज्यादा लोगों के घायल होने की जानकारी मिल रही है। घटना के बाद हिंदूवादी संगठन के लोग आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। करीब एक घंटे बाद पुलिस के आश्वासन के बाद वे वहां से हटे।
बता दें कि इसी तरह की घटना 25 दिसंबर शुक्रवार को उज्जैन में सामने आई थी। वहां भी बेगमबाग क्षेत्र में राम मंदिर निर्माण को लेकर धन संग्रह करने के लिए निकले हिंदूवादी कार्यकर्ताओं की रैली पर पथराव और गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई थी।
सांसद शंकर लालवानी ने घटना को निंदनीय बताया है। उनका कहना है कि रामभक्तों पर पत्थरबाजी करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं।