महू/इंदौर। अयोध्या में शिवलिंग स्थापित करने के लिए शिवलिंग यात्रा निकाली गई। अनुमति नहीं होने के कारण पुलिस प्रशासन ने रोकने का प्रयास किया तथा शहर के बाहर से निकालने की कोशिश की, लेकिन कार्यकर्ता नहीं माने।
इस दौरान तकरीबन हर जगह पुलिस मूक दर्शक बनी नजर आई। यह यात्रा बजरंग सेना द्वारा निकाली गई जो सात नवबंर को अयोध्या में समाप्त होगी।
बुधवार की सुबह नर्मदेश्वर से शिवलिंग लेकर आई बजरंग सेना ने जानापाव तीर्थ से यह यात्रा आरंभ की। यहां सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष रणवीर पटेरिया ने पूजा-अर्चना की।
इसके बाद जैसे ही यात्रा शुरू हुई तो एसडीओपी विनोद शर्मा व मानपुर पुलिस ने आयोजकों से चर्चा की तथा यात्रा निकालने का अनुमति पत्र मांगा तो मामला बिगड़ने लगा।
अनुमति की बात को लेकर बहस हुई जिस पर सेना के कार्यकर्ता वहीं धरने पर बैठ गए। यह धरना आधे घंटे तक चला। इसके बाद यात्रा शुरू हुई जिसे पहले जामली फाटे पर वाहन खड़ा कर महू की ओर आने से रोकने का प्रयास किया गया।
पुलिस की कोशिश थी कि यात्रा फोरलेन से बाहर ही बाहर निकल जाए, लेकिन कार्यकर्ता नहीं मानें। वह महू की ओर मुड़ गए। यात्रा का रास्ते में अनेक स्थानों पर स्वागत भी किया गया।
इस यात्रा को रोकने व शहर में नहीं आने देने के लिए मानपुर, बड़गोंदा, महू व किशनगंज थाने का पुलिसबल जगह-जगह तैनात था, लेकिन किसी भी जगह पुलिस प्रशासन सफल नहीं हुआ। पुलिस अधिकारी केवल आयोजकों के साथ चल रहे डीजे बंद करवा सके।
वहीं, यात्रा में शामिल दल की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आशी शर्मा ने कहा कि
यह धार्मिक व अच्छा आयोजन है। इसके लिए अनुमति की आवश्यक्ता नहीं है। हम किसी का विरोध या प्रदर्शन करने नहीं जा रहे। इसके बावजूद भी हमने अनुमति मांगी, लेकिन प्रशासन के अधिकारी हमें चक्कर लगवाते रहे। यह यात्रा ग्यारह सौ किलोमीटर की दूरी तय कर सात नवबंर को अयोध्या पहुंचेगी जहां शिवलिंग की स्थापना की जाएगी।
इस संबंध में एसडीओपी विनोद शर्मा ने कहा कि आयोजकों पर संबंधित थाना क्षेत्रों में नियमों का उल्लघंन करने पर प्रकरण दर्ज किया जाएगा।