इंदौरः रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते लैब टेक्निशियन सहित दो व्यक्ति गिरफ्तार


कोरोना महामारी में गंभीर मरीजों के इलाज में कारगर मानी जा रही रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए कनाडिया पुलिस ने एक लैब टेक्निशियन सहित दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।


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इंदौर। कोरोना महामारी में गंभीर मरीजों के इलाज में कारगर मानी जा रही रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए कनाडिया पुलिस ने एक लैब टेक्निशियन सहित दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से दो रेमडेसिविर इंजेक्शन भी बरामद किए गए हैं।

पुलिस ने बताया कि आरोपी का नाम पंजाब राव पिता गिरधारी राव निवासी आजाद नगर है और वह नोबल हॉस्पिटल में लैब टैक्निशियन हैं। पंजाब इन इंजेक्शन को 26-26 हजार रुपये में बेच रहा था।

पुलिस द्वारा पूछताछ में आरोपी पंजाब ने दवा बाजार के एक व्य‍वसायी का नाम भी बताया है, जो उसे यह इंजेक्शन उपलब्ध करवाता था। पंजाब सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर पोस्ट डालकर जरूरतमंद व्यक्तियों को तलाशता था और बाद में उन्हें एक निश्चित स्थान पर बुलाकर सौदा करता था।

इसके पहले रविवार को बापट चौराहा स्थित बारोड हॉस्पिटल के आईसीयू में कार्यरत नर्स कविता चौहान 70 हजार रुपये में दो इंजेक्शन बेचते रंगे हाथों पकड़ी गई थी।

उसके दो साथी रेमडेसिविर निर्माता कंपनी जेडेक्स में एमआर शुभम पिता पुरुषोत्तम परमार व उसके भाई बीएचएमएस डॉक्टर भूपेंद्र पिता पुरुषोत्तम परमार भी गिरफ्तार किया गया।

ग्राहक बनकर पहुंची राजेंद्र नगर टीआई अमृता सोलंकी ने उन्हें डिलीवरी के लिए बापट चौराहे बुलाया और गिरफ्तार कर लिया। जो इंजेक्शन बरामद हुए हैं, वे जेडेक्स के बजाय अन्य कंपनी के हैं।



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