रंगपंचमी के उल्लास में राजवाड़ा पर उमड़ा जनसैलाब, नहीं थी पैर रखने की भी जगह


गोराकुंड, इतवारिया बाजार, नरसिंह बाजार से शुरू हुई गेर में लोगों की भीड़ राजवाड़ा से जवाहर मार्ग तक देखी गई। लोगों को वाहन पार्किंग की जगह नहीं मिल रही थी। इस बार राजवाड़ा में पैर रखने की भी जगह नहीं थी।


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इन्दौर Published On :
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इंदौर। कोरोना संक्रमण की मार झेल चुके इंदौर में दो साल बाद मंगलवार को निकली रंगपंचमी की गेर ऐतिहासिक हो गई जिसमें 5 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए।

गोराकुंड, इतवारिया बाजार, नरसिंह बाजार से शुरू हुई गेर में लोगों की भीड़ राजवाड़ा से जवाहर मार्ग तक देखी गई। लोगों को वाहन पार्किंग की जगह नहीं मिल रही थी। इस बार राजवाड़ा में पैर रखने की भी जगह नहीं थी।

कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि गेर में 5 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए हैं। यह पहले से दोगुना हैं। यह अब तक की सबसे बड़ी गेर कही जा सकती है। राजवाड़ा से रीगल तिराहे तक गेर का ही हुजूम दिखाई दे रहा था।

गेर के बाद अब राजवाड़ा समेत पूरे शहर में रंगपंचमी खेली जा रही है। लोग मस्ती के रंग में रंगे नजर आए। शहर में सुबह प्रभातफेरी गेर निकाली गई, जो राजवाड़ा पहुंची। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष शामिल हुए।

हर तरफ रंग-गुलाल उड़ता नजर आया। गेर में शामिल होने के लिए शहर के कोने-कोने से लोग राजवाड़ा पर जुटने शुरू हो गए हैं।

राजबाड़ा स्थित इमारत से प्रशासन और पुलिस के अधिकारी भी गेर पर नजर रखे हुए थे। कलेक्टर मनीष सिंह, नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल और अन्य पुलिस अधिकारी गेर और लोगों पर नगर रख रहे थे।

कलेक्टर मनीष सिंह, नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल और अन्य पुलिस अधिकारी गेर और लोगों पर नगर रख रहे थे।

सुबह गोमती देवी व्यायामशाला द्वारा प्रभातफेरी गेर निकाली गई। इसमें जेलरोड खातीपुरा क्षेत्र की महिला मंडल और पुरुष बड़ी संख्या में शामिल हुए। गेर के दौरान महिला-पुरुष रंग-गुलाल उड़ाते चल रहे थे।

सुबह करीब 10.35 बजे राजवाड़ा पर पहली गेर मारल क्लब की पहुंची। यह गेर जनरल विपिन रावत को समर्पित रही। इसमें ट्रैक्टरों की लंबी कतार थी, जिन पर रखी कोठियों से रंगों की बौछार हो रही थी।

रंगभरे गुब्बारे लोगों पर फेंके जा रहे थे। शहर के हर कोने से राजवाड़ा पर लोग जुट रहे थे। सुबह 10 से दोपहर 2.30 बजे तक रंगों के उल्लास के उत्सव में साक्षी बनने के लिए करीब पांच लाख से अधिक रंग प्रेमी जुटे। सुबह से ही राजवाड़ा पर लोग आना शुरू हो गए थे।

यहां वृंदावन का प्रेम मंदिर और बरसाना की लट्ठमार होली भी नजर आई। गेर में शामिल होने अहमदाबाद, मुंबई, वडोदरा, हैदराबाद से भी लोग आए हुए थे।

कोरोना के कारण 2020 व 2021 में गेर नहीं निकली थी। इस बार निर्माणधीन सड़क के कारण टोरी कार्नर की गेर नहीं निकली। संगम कार्नर चल समारोह समिति की गेर संगम कार्नर मल्हारगंज चौराहे से निकली जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भगवान कृष्ण की वेश-भूषा में शामिल हुए।

इस गेर में 45 वाहन आठ हजार किलो गुलाल और 2500 किलो सतरंगी फूल उड़ाते हुए चले। समिति के अध्यक्ष कमलेश खंडेलवाल ने बताया कि आयोजन का 68वां वर्ष है। मथुरा से आईं महिलाओं की टीम ने राजवाड़ा पर बरसाना की लट्ठमार होली खेली। संगम कार्नर के गेर मार्ग की लंबाई सबसे अधिक साढ़े चार किलोमीटर की रही।


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