इंदौर। इंदौर पुलिस ने भोपाल में दबिश देकर ईरानी गैंग के दो लुटेरों को पकड़ा है, जिन्होंने 11 फरवरी को इंदौर में लूट कई वारदातों को अंजाम दिया था। इनके पास से लूटी गई चेन और बाइक भी मिली है।
ये दोनों बदमाश बाइक से 200 किलोमीटर का सफर करके इंदौर आते और लूटपाट की घटना को अंजाम देकर वापस भोपाल लौट जाते थे। वारदात करने के लिए आने-जाने में लुटेरे करीब 400 किलोमीटर का सफर बाइक से करते थे।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर से मिली जानकारी के बाद हाइवे के सीसीटीवी देखे, तो ये भोपाल की ओर भागते दिखे। इस पर भोपाल साइबर सेल से मदद लेकर इन्हें पकड़ा गया।
बता दें कि 11 फरवरी को फरियादी सोनालाल पछेया निवासी वीर सावरकर नगर ने जूनी इंदौर थाने में लूट की शिकायत की थी। फरियादी ने बताया था कि करीब 11 बजे वे एक्टिवा से घर वापस लौट रहे थे तब ही बैराठी कॉलोनी गली नंबर दो के सामने पीछे से बाइक सवार लोग पीछे से आए थे। उन्होंने गले से सोने की चेन छीन ली।
एसपी महेशचंद्र जैन ने बताया कि फरियादी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में लिया तो पता चला कि 11 फरवरी को तीन जगह ऐसी वारदातें हुई हैं। पुलिस टीम ने आसपास के फुटेज तलाशे, तो कुछ संदेही मिले। इस आधार पर पुलिस को पता चला कि लुटेरे ईरानी गैंग के सदस्य हैं। जांच के बाद पुलिस को सुराग मिला और पता चला कि आरोपी भोपाल के रहने वाले हैं।
सूचना के बाद पुलिस ने टीम को भोपाल रवाना किया। यहां से पुलिस ने हसन अली निवासी संजय नगर कॉलोनी, ईरानी डेरा भोपाल और अब्बास अली निवासी संजय नगर कॉलोनी, ईरानी डेरा को पकड़ा और दोनों से लूट का माल बरामद कर इंदौर लाये।
अब पुलिस आरोपियों से इस बात की जानकारी जुटाने में लगी है कि इस तरीके से उन्होंने कब-कब वारदात को अंजाम दिया है और उनके गिरोह में कितने लोग काम करते हैं।