इंदौर। प्रदेश में हो रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में नाम वापसी के लिए शुक्रवार को आख़िरी दिन रहा। इसके बाद पंचायतों में काफी हद तक स्थिति स्पष्ट हो गई। जानकारी के मुताबिक प्रदेश के बीस जिले में अब तक 112 सरपंच निर्विरोध चुने गए। इनमें 75 महिला सरपंच हैं। जहां महिला सरपंच निर्विरोध चुनी गई हैं उन पंचायतों को मुख्यमंत्री ने 15 लाख रुपये की राशि का पुरुस्कार देने की घोषणा की थी। नाम वापसी की जानकारी स्पष्ट होने के साथ-साथ इस संख्या में भी अंतर दिखाई देगा।
नाम वापसी की स्थिति के अनुसार सबसे ज्यादा निर्विरोध सरपंच नर्मदापुरम जिले में चुने गए हैं। यहां 22 सरपंच प्रत्याशियों के सामने कोई उम्मीदवार नहीं था। इसके बाद सागर और जबलपुर से 15-15, छिंदवाड़ा से 9, बालाघाट से 6, सिवनी से 8, नरसिंहपुर से 7, इंदौर से 5, बडवानी से 4 सरपंच प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए हैं।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार निर्विरोध चुने गए सबसे उम्रदराज़ और सबसे कम उम्र प्रत्याशियों में नरसिंहपुर जनपद की खापा ग्राम पंचायत में अजजा की 73 वर्षीय छोटीबाई निर्विरोध चुनी गई हैं और सागर जिले के केसली जनपद की देवरी नाहरमऊ पंचायत में अजा की 21 वर्षीय जानकी गौंड भी निर्विरोध चुनी गईं सरपंच हैं।
महू जनपद क्षेत्र में पंचायत चुनाव की स्थिति साफ हो गई है। 10 जून को नाम वापसी की आख़िरी तारीख़ थी। इसके बाद महू की 76 पंचायतों में 73 पंचायतों में चुनाव की स्थिति स्पष्ट हो चुकी है। रिटर्निंग अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार 2 पंचायतों में निर्विरोध सरपंच चुने गए हैं। इनमें बाईग्राम और मांगलिया हैं। इसके साथ ही रामपुरिया कदवाली में अनुसूचित जनजाति वर्ग के मतदाता न होने के कारण सरपंच का पद भी रिक्त है। शुक्रवार को सभी 76 पंचायतों में से 115 ने नाम वापस ले लिये वहीं 2 के फार्म रिजेक्ट हो गए। अब महू जनपद क्षेत्र में सरपंच पद के लिए कुल 319 उम्मीदवार हैं।