इंदौर। प्रदेश में फिलहाल पांचवी तक की कक्षाएं संचालित नहीं की जाएंगी। कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के चलते राज्य सरकार ने यह फैसला किया है।
एक समाचार पत्र के प्रतिनिधि से बात करते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने यह जानकारी दी। हालांकि छठवीं से आठवीं तक की कक्षाओं के संचालन पर फिलहाल सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया है।
कोरोना संक्रमण का दुषप्रभाव एक बार फिर देखने में आ रहा है। इसके इंदौर और भोपाल में संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले मिल रहे हैं। ऐसे में छोटे बच्चों को स्कूल नहीं बुलाया जाएगा। मंत्री परमार ने कहा कि सभी जिलों की कोरोना रिपोर्ट की लगातार समीक्षा की जा रही है।
मंत्री परमार ने स्पष्ट किया कि फिलहाल सरकार की प्राथमिकता दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं को करवाना है। उन्होंने कहा कि परीक्षाएं पूरी होने के बाद ही नए सत्र की रूपरेखा पर विचार किया जा सकता है। इस दौरान भी कोरोना संक्रमण की स्थिति पर विचार करना होगा।
जाहिर है इस स्कूल शिक्षा विभाग की इस घोषणा के बाद निजी स्कूल संचालक निराश होंगे। बीते एक साल से स्कूलों में कोई कक्षाएं नहीं लगी है और अब पांचवी तक की कक्षाएं इस साल भी नहीं लग सकेंगी।
मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि अभी तक निजी स्कूलों पर कोई अंकुश लगाने के लिए उनके पास कानून नहीं था लेकिन अब नए प्रावधानों के अनुसार स्कूल मनमाने तौर पर फीस नहीं ले सकेंगे।
उन्होंने कहा कि अगर कोई स्कूल फीस बढ़ाना चाहता है तो उसे पहले शासन से इसके लिए अनुमति लेनी होगी और पूरा कारण बताना होगा। इसके अलावा सरकार जल्दी ही कोर्स पर भी विचार रही है।