इंदौर में नो कार डे की सफलता ने दिया ट्रैफिक और वायु गुणवत्ता में सुधार का संदेश

सुधीर गोरे सुधीर गोरे
इन्दौर Updated On :
महापौर भार्गव खुद अलग-अलग जगह साइकिल, ई-स्कूटर और आई-बस जैसे सार्वजनिक वाहन पर सवार नजर आए।


इंदौर। ट्रैफिक सुधार, बेहतर वायु गुणवत्ता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए महापौर पुष्यमित्र भार्गव के आह्वान पर इंदौर में 22 सितंबर को ‘नो कार डे’ का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। जनता की उत्साहजनक भागीदारी के कारण शहर में कारें कम नजर आईं।
महापौर भार्गव ने कहा, “अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जब हम महीने में या 15 दिन में एक दिन का उपवास कर सकते हैं, तो अपने शहर को अच्छा रखने के लिए एक दिन कार को न चलाने का संकल्प भी ले सकते हैं। शहर में ट्रैफिक के दबाव को कम करने, एयर क्वालिटी इंडेक्स को इम्प्रूव करने और पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए नो कार डे एक प्रोग्रेसिव स्टेप है। नो कार की अपील का हमें पिछले साल की तुलना में इस बार ज्यादा अच्छा प्रतिसाद मिला है। लोगों में उत्साह नजर आया।”
वायु प्रदूषण को कम करने के साथ-साथ सड़कों पर ट्रैफिक दबाव घटाने के लिए 22 सितंबर को पूरी दुनिया में नो कार डे मनाया जाता है। इंदौर में इसकी शुरुआत पिछले साल से हुई है। भार्गव ने कहा, इंदौर नवाचारों और एक्सपेरिमेंट का शहर है। हमारे एक्सपेरिमेंट कठिन हो सकते हैं, लेकिन सफल होते हैं। हमारे एक्सपेरिमेंट को शायद देश में लोग फॉलो करते हैं। फिलहाल सालाना नो कार डे स्वैच्छिक है, और लोग इसको फॉलो कर रहे हैं और यही इंदौर की आदत है। इसे आगे माह में एक बार भी किया जा सकता है।”
जनप्रतिनिधि और सरकारी अधिकारी पर्यावरण संरक्षण का स्पष्ट संदेश देने में कामयाब रहे। आज नो कार डे के मौके पर महापौर भार्गव खुद अलग-अलग जगह साइकिल, ई-स्कूटर और आई-बस जैसे सार्वजनिक वाहन पर सवार नजर आए। भार्गव ने MIC स्दस्यों के साथ बस से और पत्नी के साथ ई-स्कूटर पर यात्रा की। आज विभिन्न जन-प्रतिनिधियों और शीर्ष सरकारी अधिकारियों सहित कई आम और खास लोगों ने अपने वाहनों का इस्तेमाल करने की जगह बस, साइकिल या स्कूटर की सवारी करते हुए जनता के सामने नो कार डे के दिन मिसाल पेश की ओर आज कार न चलाने का संदेश दिया।

Mayor Bhargav
भार्गव ने MIC स्दस्यों के साथ बस से और पत्नी के साथ ई-स्कूटर पर यात्रा की।

कलेक्टर आशीष सिंह ई-बाइक का इस्तेमाल करते हुए हेलमेट लगाकर कलेक्टोरेट पहुंचे।

निगमायुक्त वर्मा स्मार्ट सिटी सीईओ दिव्यांक सिंह के साथ ई-बस में भी नजर आए।

एडिशनल कलेक्टर अभिलाष मिश्रा भी अपनी गाड़ी छोड़ कर दोपहिया वाहन की सवारी करते हुए दिखाई दिए।

नो कार डे के मौके पर BRTS लेन को कारों से मुक्त रखा गया। लोगों की सुविधा के लिए नगर निगम और AICTCL द्वारा BRTS के पूरे रास्ते पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट के साथ ही अतिरिक्त माय बाइक और ई रिक्शा उपलब्ध कराई गईं। साइकिल राइडर्स ने पर्यावरण संरक्षण के साथ ही वायु की गुणवत्ता में सुधार में सहयोग करने की अपील की। नो कार के उपलक्ष्य में इंदौर शहर  के मध्य क्षेत्र और BRTS पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। नवलखा चौराहे पर बैंड, शिवाजी वाटिका और पलासिया चौराहा पर नुक्कड़ नाटक, MR- 9 चौराहे पर बैंड और नुक्कड़ नाटक, LIG चौराहा पर फ्लैश माब और विजयनगर चौराहे पर बैंड, नुक्कड़ नाटक और अन्य गतिविधियां आयोजित की गईं।

“हम देख रहे हैं कि वाहनों का धुआं शहर की एयर क्वालिटी बिगाड़ रहा है। नो कार डे जैसी पहल में भाग लेने से हमें परिवहन के वैकल्पिक साधनों के इस्तेमाल का और शहर वायु प्रदूषण को कम करने का मौका मिलेगा। स्वच्छ वायु सभी लोगों की सेहत और बेहतर जिंदगी में मददगार है।”

इंदौर में नो कार डे के आयोजन से पूर्व क्लीन एयर कैटलिस्ट की टीम ने यह कहा –

“वायु प्रदूषण के कारण इंदौर शहर नवजात शिशुओं का वज़न कम होना, डायबिटीज़, दिल और फेफड़ों की बीमारियों का सामना कर रहा है। कार फ्री डे के दिन कम कारें, यातायात के वैकल्पिक साधनों का इस्तेमाल, सुरक्षित रास्ते, कम प्रदूषण, बेहतर सेहत, खुशमिजाज लोग हमारे लिए बेहतर भविष्य में मददगार हैं।”
– डॉ. प्रकाश दोराईस्वामी, वरिष्ठ वायु गुणवत्ता वैज्ञानिक, क्लीन एयर कैटलिस्ट और डायरेक्टर ऑफ एयर क्वालिटी, डब्ल्यूआरआई

“कार फ्री डे हमें वाहनों से होने वाले वायु प्रदूषण को कम करते हुए पर्यावरण और सेहत के अनगिनत फायदों की अच्छी तरह याद दिलाता है। यह दिन हमें एयर क्वालिटी को सुधारने लिए दीर्घकालिक रणनीति के साथ ही हमें लगातार इस पर काम करते रहना भी जरूरी है।”

– कौशिक राज हजारिका, प्रोजेक्ट लीड, क्लीन एयर कैटलिस्ट और कंसल्टंट, डब्ल्यूआरआई



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