इंदौर के रहवासियों पर अब जलकर, संपत्ति कर व कचरा संग्रहण शुल्क में बढ़ोतरी करने के साथ अब सीवरेज शुल्क भी जनता पर लादा जा रहा है। इसमें दो गुने से अधिक गुना बढ़ोत्तरी की जा रही है। उदाहरण के लिए अभी तक विजय नगर क्षेत्र में 750 वर्गफीट पर बने मकान में रहने वाले व्यक्ति को जहां जलकर, संपत्तिकर, कचरा संग्रहण शुल्क के रूप में 5500 रुपये देने होते थे वहीं अब उन्हें 12 262 रुपये देने होंगे। होंगे। इस तरह अब 458 रुपये प्रतिमाह की बजाय अब 1021 रुपये प्रतिमाह करों का खर्च बढ़ेगा, जबकि अभी तक इस परिवार पर प्रतिमाह 458 रुपये का बोझ ही आता था।
दरअसल नगरीय निकायों में यह फैसला उनके खर्चों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इसका संबंध सीधे बढ़ती महंगाई से जुड़ता है। प्रदेश के निकाय बढ़ती लागत से परेशान हैं। कचरा संग्रहण, सफाई आदि में ईंधन की खपत काफी मात्रा में होती है। ऐसे में सरकार ने जो पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ाई हैं वे भी इसके लिए जिम्मेदार हैं। प्रदेश के हर छोटे-बड़े निकाय में इसका विरोध हो रहा है लेकिन अधिकारी इस पर कुछ करने की स्थिति में नहीं हैं और राज्य सरकार चुप्पी साध के बैठी है।