इंदौर। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति और संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े पांच सौ से ज्यादा किसान संगठनों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया है। इसे कांग्रेस सहित 20 से ज्यादा राजनीति दलों ने समर्थन दिया है। इंदौर में भी भारत बंद को लेकर विभिन्न संगठन सक्रिय हैं। इंदौर के विभिन्न किसान संगठनों ने आज शहर के व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों से मुलाकात की तथा किसान आंदोलन को समर्थन देने का उनसे आग्रह किया।
अधिकांश व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों ने किसान आंदोलन को जायज बताते हुए उनकी मांगों का समर्थन किया। मंगलवार को आहूत भारत बंद को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा, किसान खेत मजदूर संगठन, किसान संघर्ष समिति, एटक सीट, लोकतांत्रिक जनता दल सहित विभिन्न जन संगठनों ने आज इंदौर के व्यापारिक संगठनों के नाम एक अपील जारी कर उनसे आग्रह किया है कि वे देश के अन्नदाता द्वारा पिछले 12 दिन से चलाए जा रहे आंदोलन का समर्थन करें और भारत बंद के दिन अपना कारोबार बंद रखें।
इन संगठनों के नेताओं रामस्वरूप मंत्री, अरुण चौहान ,प्रमोद नामदेव, रूद्र पाल यादव, कैलाश लिम्बोदिया, अजय यादव ने शहर के विभिन्न व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों से मुलाकात भी की और उनसे किसान आंदोलन को समर्थन देने की अपील की ।
होगा सांसद के कार्यालय पर प्रदर्शन
8 दिसंबर को किसान संगठनों और वामपंथी जनवादी के संगठनों और उनसे जुड़े अन्य संगठनों के कार्यकर्ता शहर के विभिन्न इलाकों से निकलकर पलासिया चौराहे पर सुबह ग्यारह बजे एकत्रित होंगे और वहां से सांसद शंकर लालवानी के कार्यालय पर जाकर प्रदर्शन करेंगे तथा उन्हें प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे। ज्ञापन में मांग की जाएगी कि तीनों कृषि विधेयक तत्काल वापस ले तथा बिजली बिल 2020 लाए जाने की सरकार मंशा छोड़ें।
मध्य प्रदेश फुटकर व्यापारी संघ ने की छोटे दुकानदारों से 8 दिसंबर को व्यापार बंद रखने की अपील
मध्यप्रदेश के छोटे दुकानदारों का संगठन ‘मध्यप्रदेश फुटकर व्यापारी संघ’ के अध्यक्ष तथा पूर्व सांसद कल्याण जैन एवं महासचिव बाबूलाल अग्रवाल ने एक बयान जारी कर मध्यप्रदेश के छोटे दुकानदारों से अपील की है कि वे 8 दिसंबर को किसान आंदोलन के समर्थन में अपना कारोबार बंद रखें तथा कारपोरेट के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा चलाई जा रही इस लड़ाई में आहुति दे।
संघ द्वारा जारी एक बयान में श्री कल्याण जैन ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों से देश की खेती बर्बाद हो जाएगी तथा उपजाऊ जमीनों पर कारपोरेट का कब्जा होगा और किसानों की आत्महत्या का दौर जो चल रहा है, वह और बढ़ जाएगा। जब किसान खत्म होगा तो निश्चित रूप से व्यापार भी खत्म होगा और मजदूर तथा कर्मचारियों पर भी आफत आएगी। इसलिए जरूरी है कि इस आंदोलन के साथ एकजुटता प्रदर्शित की जाए इसीलिए मध्यप्रदेश स्तर पर व्यापारी संघ में गांव-गांव में फैले छोटे दुकानदारों से अपील की है कि वे 1 दिन के लिए अपना कारोबार बंद रखें और किसान आंदोलन को अपना पूर्ण समर्थन दें।
(उक्त जानकारी रामस्वरूप मंत्री, संयोजक KSM एवं कल्याण जैन, अध्यक्ष, मध्य प्रदेश फुटकर व्यापारी संघ द्वारा जारी की गई है।)