PEB परीक्षा में धांधली की जांच की मांग कर रहे 50 से ज्यादा कृषि छात्र गिरफ्तार


सीएसपी संयोगितागंज अनिल सिंह ठाकुर की मानें तो कृषि छात्र बिना परमिशन के पैदल मार्च करने पर अडिग थे जिसके चलते पुलिस ने उन पर प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज उन्हें जेल भेज दिया है।


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इन्दौर Updated On :
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कृषि छात्रों को गिरफ्तार कर भेजा जेल, प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत 50 से ज्यादा स्टूडेंट्स पर प्रकरण दर्ज।

इंदौर। कृषि अधिकारी परीक्षा में धांधली के आरोपों को लेकर प्रदेशभर के कृषि छात्र आंदोलित हैं। वहीं ग्वालियर और इंदौर में तो छात्रों का उग्र रूप देखने को मिल रहा है।

दरअसल, कृषि छात्रों का आरोप है कि प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड द्वारा धांधली की गई है। भिंड और मुरैना के कॄषि छात्रों को कृषि अधिकारी परीक्षा में धांधली कर लाभ पहुंचाया गया है।

इंदौर में इसी मामले को लेकर पिछले 29 दिनों से कृषि स्टूडेंट्स आंदोलित हैं। सोमवार को इंदौर में विरोध के कारण पीईबी पर आरोप लगाया है कि प्रदेश में ये व्यापमं घोटाला पार्ट – 2 है।

छात्रों की मानें तो व्यापमं भले ही प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड हो गया हो लेकिन उसकी कार्यशैली अब भी पहले जैसी ही है। कृषि छात्रों ने पीईबी को भंग कर आयोग के गठन की मांग भी पिछले दिनों की थी।

वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी व ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी भर्ती परीक्षा में घोटाले को लेकर सोमवार को कृषि स्टूडेंट्स इंसाफ के लिए कृषि महाविद्यालय से लेकर कलेक्टर कार्यालय तक पैदल मार्च करने वाले थे, लेकिन इसी बीच भारी पुलिस बल और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए।

पुलिस के आने के बावजूद स्टूडेंट्स की नारेबाजी और विरोध जारी रहा जिसके बाद कृषि स्टूडेंट्स पैदल मार्च के लिए अड़ गए, लेकिन पुलिस ने इस दौरान 50 से अधिक छात्रों को गिरफ्तार कर उन्हें सीआई जेल भेज दिया।

सीएसपी संयोगितागंज अनिल सिंह ठाकुर की मानें तो कृषि छात्र बिना परमिशन के पैदल मार्च करने पर अडिग थे जिसके चलते पुलिस ने उन पर प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज उन्हें जेल भेज दिया है।

इधर, व्यापमं घोटाला पार्ट – 2 बताकर आंदोलन करने वाले छात्रों की मानें तो आज उन्होंने जेल भरो आंदोलन किया है।  उन्होंने सवाल उठाया है कि जिन लोगों को जेल जाना था वो बाहर हैं और जो ईमानदार छात्र हैं वो जेल में बंद हैं

कृषि छात्र राधे जाट का कहना है कि आज हमारे आंदोलन को 29 दिन हो गए हैं लेकिन शासन – प्रशासन कोई भी हमारी बात सुनने को तैयार नहीं है। वहीं व्यापमं घोटाले पार्ट – 2 को लेकर सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है।

सरकार की तरफ से केवल इस मामले की जांच करने की बात का ही ट्वीट किया गया है। छात्रों ने चेतावनी दी कि आज तो हमने जेल भरो आंदोलन किया है, लेकिन 23 मार्च को हम फांसी दो आंदोलन करेंगे।


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