इंदौर। हर नागरिक कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है। ऐसे में हम यह प्रयास करें कि ज़्यादा से ज़्यादा नागरिकों की मदद हो। हर कोई इसमें लगा है। ऐसे में सरकार पर सवाल उठा कर आत्मदाह की धमकी देना कहा तक उचित है।आत्मदाह से किसको लाभ होगा।
यह बात शनिवार को प्रदेश की मंत्री व स्थानीय विधायक उषा ठाकुर ने चर्चा करते हुए कही। इंदौर विधान सभा क्षेत्र एक के कांग्रेसी विधायक संजय शुक्ला की आत्मदाह के सवाल पर ठाकुर ने कहा कि यह पूरी तरह गलत है। हमें आज यह सोचना है कि हम किसी प्रकार शासन, प्रशासन और नागरिकों की मदद करें। हर कोई इसमें अपने अपने तरीके से लगा है। ऐसे में व्यवस्था को लेकर आत्मदाह की धमकी देना कहा तक उचित है यह सोचने की बात है। ठाकुर ने कहा कि इस प्रकार के बयान देना या धमकी देना एक विधायक के लिए शोभा नहीं देता।
ऐसे में अगर आत्मदाह करने से रेमडेसिविर इंजैक्शन मिल जाते या ऑक्सीजन मिल जाती हो हम भी आत्मदाह कर लेते है। ठाकुर ने कहा कि आत्मदाह को हल नहीं है यह सिर्फ सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का जरिया है। रेमडेसिविर
इंजेक्शन इससे मिल सकते हैं तो बताईए मैं भी अपनी पंद्रह बीस कार्यकर्ताओं के साथ आत्मदाह कर लेती हूं।
उल्लेखनीय है कि मंत्री उषा ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र महू में ही संक्रमितों सक्रिय एक हज़ार के पार हो चुकी है और यहां सौ लोगों की मौत हो चुकी है। मंत्री ठाकुर भी अपने क्षेत्र में कम ही सक्रिय नज़र आईं हैं। पिछले दिनों सांसद छतरसिंह दरबार के सोशल मीडिया पर लापता होने के पोस्टर वायरल होने लगे थे। इसके बाद उषा ठाकुर भी महू पहुंची और अधिकारियों के साथ बैठक की।