सुबह इनकार के बाद शाम को सैन्य प्रशासन ने दी कुमार विश्वास के कार्यक्रम की अनुमति, मंत्री उषा ठाकुर ने जताई नाराज़गी


मंत्री उषा ठाकुर ने की सैन्य प्रशासन के अधिकारियों से बात, रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों से भी साधा संपर्क


अरूण सोलंकी अरूण सोलंकी
इन्दौर Updated On :

इंदौर। प्रदेश के संस्कृति मंत्रालय के द्वारा आयोजित कवि कुमार विश्वास के ‘अपने अपने राम’ कार्यक्रम के आयोजन के लिए महू के स्थानीय सैन्य प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। जिसके बाद आयोजन के लिए दूसरे स्थान का चयन शुरू कर दिया गया लेकिन शाम तक सीधे रक्षा मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद अनुमति जारी कर दी गई। इस दौरान काफ़ी रोचक घटनाक्रम हुआ।

कुमार विश्वास के अपने-अपने राम कार्यक्रम के आयोजन के लिए दिए गए आवेदन पर सैन्य प्रशासन ने पत्र जारी कर कहा है कि उनके मैदान का इस्तेमाल केवल गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों और खेल गतिविधियों के लिए ही हो।

इस दौरान मंत्री उषा ठाकुर ने महू छावनी के स्टेशन कमांडर ब्रिगेडियर जॉय बिस्वास से मिलने की कोशिश की, लेकिन अधिकारी ने उन्हें मिलने से इंकार कर दिया। इसके बाद वे रक्षा संपदा अधिकारी सपन कुमार से मिलने उनके दफ्तर पहुंची।

मंत्री ठाकुर ने यहां से ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालय से मदद मांगी। हालांकि बाद में मंत्री ठाकुर ने स्पष्ट कर दिया कि अब अनुमति मिलने के बाद भी वे यहां कार्यक्रम नहीं करेंगी और अब कार्यक्रम शहर के ड्रीमलैंड चौराहे पर होगा। उल्लेखनीय है कि यहां पिछले दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सभा हुई थी।

Letter issued from the Office of Military Administration in Mhow Cantonment, Deshgaon news
महू छावनी में सैन्य प्रशासन के कार्यालय से जारी पत्र

पहले इस कार्यक्रम का आयोजन शनिवार को सैन्य प्रशासन के तहत आने वाले गैरिसन मैदान में तय किया गया था जिसके लिए आमंत्रण पत्र भी छपवा दिए गए।

इन आमंत्रण पत्र में आयोजन स्थल गैरिसन मैदान लिखा हुआ है जबकि प्रकाशन के समय उसकी अनुमति ही नहीं मिली थी, लेकिन मैदान के इस्तेमाल के लिए गेट की चाबी आयोजनकर्ताओं को पहले ही दे दी गई थी जिसके बाद वे गफलत में रहे कि उन्हें अनुमति मिल चुकी है और यहां तैयारियां शुरू कर दी गईं थी।

 

मंत्री उषा ठाकुर ने इसे लेकर सैन्य प्रशासन पर जमकर अपनी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह एक सांस्कृतिक आयोजन है और सैन्य प्रशासन को इस में उनकी सहायता करनी चाहिए थी क्योंकि जरूरत पड़ने पर राज्य सरकार से भी भारतीय सेना लगातार सहायता लेती है।

मंत्री ठाकुर ने यहां से स्टेशन हेड क्वार्टर के प्रमुख ब्रिगेडियर जॉय विश्वास से फोन पर बात की और उनसे खुले शब्दों में कहा कि इस तरह एक सार्वजनिक काम में बाधा डालना उनकी ओर से ठीक व्यवहार नहीं था। मंत्री ने रक्षा विभाग में अधिकारियों से अपनी नाराज़गी खुलकर बयान की।

बताया जाता है कि मकर संक्रांति पर महू में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम को लेकर सेना से अनुमति के लिए पहले ही एक पत्र लिखा गया था, लेकिन बाद में कार्यक्रम में 14 जनवरी का एक और आयोजन जोड़ा गया जबकि इससे पहले जो अनुमति ली गई थी वह 15 जनवरी से थी।

इस पर सैन्य अधिकारियों ने यह कार्यक्रम करने के लिए अनुमति नहीं दी और तैयारियों के बीच आकर स्टेज लगाने का काम रोका गया।

मंत्री उषा ठाकुर ने महू छावनी में रक्षा संपदा अधिकारी से बंद कमरे में बात की

इससे पहले शुक्रवार दोपहर को जब महू के गैरिसन मैदान में यह सब हो रहा था तब सेना की गाड़ियां और बंदूकधारी जवान तक मौजूद रहे। मामला प्रदेश शासन और स्थानीय मंत्री का था इसलिए पुलिस भी सक्रिय रही।

कुछ ही देर में मंत्री उषा ठाकुर को इसकी खबर दी गई और वे पहुंच गईं। मंत्री ने स्टेशन हेडक्वार्टर के अधिकारियों से मिलना चाहा, लेकिन अधिकारियों ने उन्हें ख़ास तवज्जो नहीं दी। इससे मंत्री नाराज भी नजर आईं।

हालांकि बाद में उन्होंने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालय में इसे लेकर बात की और वहां से उन्हें जल्दी ही अनुमति देने का आश्वासन मिला है। इसके बाद मंत्री ने रक्षा संपदा अधिकारी सहित दूसरे स्थानीय अधिकारियों से बात की।

चूंकि मंत्री उषा ठाकुर ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालय से संपर्क किया है, ऐसे में बताया जा रहा है कि गैरिसन मैदान में यह कार्यक्रम करने की अनुमति जल्दी ही दी जा सकती है और शाम तक अनुमति मिल भी गई।



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