महू-घाटाबिल्लौद रोड की टोल वसूली अब MPRDC के हवाले, जागी मरम्मत की उम्मीद


एमपीआरडीसी द्वारा कई सालों से इस मार्ग की मरम्मत के लिए कंपनी को नोटिस भेजे जा रहे थे, लेकिन कंपनी द्वारा अनदेखी किए जाने के बाद में एमपीआरडीसी ने इस टोल-टैक्स का अधिग्रहण कर लिया और इसका संचालन अपने हाथों में ले लिया।


अनवर खान
इन्दौर Updated On :

पीथमपुर। पीथमपुर से होकर गुज़रने वाले महू-नीमच स्टेट हाईवे ख़स्ताहाल है। इस रास्ते पर टोलटैक्स लेने वाली कंपनी इस रास्ते की मरम्मत करने में अब तक असफल ही रही है। इसके बाद रविवार सुबह एमपीआरडीसी के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे और टोल नाके को अपने आधिपत्य में ले लिया और दोपहर एमपीआरडीसी के कर्मचारियों ने वसूली भी शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार रविवार सुबह पांच बजे एमपीआरडीसी के अधिकारी महू-नीमच मार्ग पर स्थित मण्डलावदा टोल-टैक्स को अपने कब्जे में लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी। इस दौरान टोल-टैक्स लेने वाली कंपनी मैनेजर एवं कर्मचारियों से उनकी बहस भी हुई। कंपनी के कर्मचारी टोल टैक्स का कब्जा एमपीआरडीसी को देने को तैयार नहीं थे,  जिसके बाद विवाद कई घंटों तक चलता रहा।

जानकारी मिलने पर बगदून थाना प्रभारी तारेश सोनी मौके पर पहुंचे और उन्होंने आला अधिकारियों को इसकी सूचना दी और धार से पुलिस बल बुलाया गया। एसडीएम एस एन दर्रो, तहसीलदार विनोद राठौर, सीएसपी तरूणेन्द्र सिंह बघेल, सागौर थाना प्रभारी आरएस भदौरिया, पटवारी कन्हैया लाल चौहान, माधवी तोमर भी मौके पर पहुंची।

टोल-टैक्स लेने वाली कंपनी के अधिकारियों को समझाईश देने के साथ ही रोड की मरम्मत का कार्य ना होने पर एमपीआरडीसी ने टोल-टैक्स को अपने आधिपत्य मे ले लिया। जिसके बाद  दोपहर तक एमपीआरडीसी के अधिकारी कर्मचारी टोल टैक्स पर व्यवस्था में लगे रहे, तब तक वाहन बिना टोल दिए ही निकलते रहे। दोपहर से मण्डलावदा स्थित टोल टैक्स वसूली फिर से शुरू हुई।

लम्बे समय से चल रही थी मरम्मत की मांग : दरअसल लंबे अरसे से इस मार्ग की मरम्मत का काम नहीं हो रहा था। एमपीआरडीसी द्वारा कई सालों से इस मार्ग की मरम्मत के लिए कंपनी को नोटिस भेजे जा रहे थे, लेकिन कंपनी द्वारा अनदेखी किए जाने के बाद में एमपीआरडीसी ने इस टोल-टैक्स का अधिग्रहण कर लिया और इसका संचालन अपने हाथों में ले लिया।

यह कार्रवाई रोड-नान मेंटेनेंस के तहत की गई है, अब सड़क की देख-रेख एवं टोल वसूली का कार्य एमपीआरडीसी द्वारा किया जाएगा। इससे पहले कई दलों के नेताओं और क्षेत्रवासियों द्वारा रोड की जर्जर हालत को लेकर कई बार इंडोरामा चौराहे से लेकर पीथमपुर एवं मण्डलावदा टोल नाके पर प्रदर्शन भी किया गया था। लेकिन इसके बाद भी कंपनी द्वारा रोड पर मरम्मत का कार्य नहीं करवाया गया। अभी भी जगहजगह  सड़क जर्जर स्थिति में है। एमपीआरडीसी द्वारा अधिगृहित की जाने के बाद अब लोगों को उम्मीद है कि रोड की हालत सुधरेगी।

उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश के कई टोल रोड़ जर्जर स्थिति में होने के बावजूद टोल वसूली को लेकर वैसे तो कई जनप्रतिनिधियों , समाजसेवियों व एडवोकेट द्वारा सरकार से टोल वसूली रोकने की मांग को लेकर आंदोलन किये ,धरना प्रदर्शन हुवे , गाँधीगीरी के तहत फूल दिए गए।

इस सब के बावजूद सरकार व अधिकारियों पर कोई असर नहीं हुआ। इसके बावजूद एडवोकेट प्रशांत ग्वालियरी ने हाइकोर्ट इंदौर में वाद दायर किया जिस पर लेबड़ नयागांव टोल पर कई दिनों तक टोल वसूली स्थगित रही और मार्ग का नवीनीकरण भी हुआ लेकिन उसके बावजूद कई टोल रोड़ अभी भी जर्जर ही हैं और सड़क विकास निगम के कहने के बाद रोड़ सुधार नही किये जाने पर कोर्ट के निर्देश पर रविवार को एमपीआरडीसी ने रविवार को उक्त कार्यवाही की हालांकि टोल वसूली कंपनी के द्वारा इस कार्यवाही का विरोध किया गया लेकिन पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में यह कार्यवाही की गई। इसके चलते कुछ घंटों टोल वसूली बन्द रही। इसके बाद में एमपी आरडीसी द्वारा वसूली शुरू कर दी गई है।

टोल वसूली बंद करने या आधी करने की मांग: पीथमपुर के एडवोकेट पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष जगन्नाथ वर्मा , सागौर के एडवोकेट राजेश चौधरी व क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व समाजसेवियों ने सरकार से मांग की की जब तक सड़क नियमानुसार नवीनीकरण व सुधार कार्य नही हो मार्ग पर टोल वसूली बन्द रखी जाए या फिर आधी की जाए ।

 


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