जनसुनवाई में एम्बुलेंस से पहुंची धोखाधड़ी की शिकार महिला, एसडीएम ने कहा- कार्रवाई करूंगा


एसडीएम अभिलाष मिश्रा ने अपने कक्ष के बाहर आकर उसकी ना सिर्फ शिकायत सुनी बल्कि कहा कि पहले आप अपना इलाज कराओ, दोषियों के खिलाफ मैं कार्रवाई करूंगा।


अरूण सोलंकी
इन्दौर Updated On :
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महू। कॉलोनाइजरों की धोखाधड़ी की शिकायतें तो जनसुनवाई में होना आम बात है, लेकिन मंगलवार को ऐसा पहली बार हुआ जब इसका शिकार हुई अस्पताल में भर्ती महिला ने एम्बुलेंस में आकर अपनी शिकायत बताई।

इस पर एसडीएम अभिलाष मिश्रा ने अपने कक्ष के बाहर आकर उसकी ना सिर्फ शिकायत सुनी बल्कि कहा कि पहले आप अपना इलाज कराओ, दोषियों के खिलाफ मैं कार्रवाई करूंगा।

प्रति मंगलवार की तरह आज भी तहसील कार्यालय में जनसुनवाई में बड़ी संख्या में नागरिक अपनी-अपनी शिकायत लेकर खड़े थे। इस दौरान बाहर इंदौर के निजी अस्पताल की एम्बुलेंस आकर रूकी जिसमें सपना पाराशर नामक महिला थी और उसे बोटल चढ़ रही थी।

सपना पाराशर एक ही किडनी पर जी रही हैं। उसने बताया कि सात साल पूर्व 2013 में उसने नोवा क्लासिक कॉलोनी में एक हजार वर्ग फीट का प्लॉट धीरज वाघवानी से खरीदा था।

धीरज को यह प्लॉट किसी राजेश गुर्जर ने बेचा था, लेकिन बाद में धीरज ने यह प्लॉट ठाकुर सिंह मकवाना को बेच दिया जिसकी जानकारी हमें बाद में लगी।

सपना पाराशर ने बताया कि यह प्लॉट 18 लाख 69 हजार में खरीदा जिसके लिए बैंक से 16 लाख 69 हजार रुपये का लोन लिया व शेष राशि नकद दी। जब हम उस पर निर्माण करने गए तो वहां ठाकुर सिंह मकवाना ने कहा कि यह मैंने खरीदा है और यह प्लॉट मेरा है।

सपना पाराशर ने बताया कि इस संबंध में जब धीरज से चर्चा की गई तो वह बात को टाल गया तथा अब बात नहीं करता। इसकी शिकायत पूर्व में महू एसडीएम को की गई तो उस समय उसने कुछ दिन का समय मांगा था, लेकिन अब फरार हो गया।

उधर अब बैंक वाले दवाब बना रहे हैं कि 31 मार्च तक लोन नहीं चुकाया गया तो यह राशि बढ़कर तीस लाख रुपये तक हो जाएगी।

एसडीम अभिलाष मिश्रा ने अपने कक्ष से बाहर आकर सपना पाराशर से एम्बुलेंस में चर्चा की तथा कहा कि पहले आप अपना इलाज कराएं। बैंक प्रबंधक से राहत देने के लिए मैं चर्चा करूंगा और साथ ही कॉलोनाइजर फरार हो गए हैं जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।

एसडीएम मिश्रा ने सपना पाराशर को अस्पताल से एम्बुलेंस से लाने वाले उनके परिजनों को भी खासी डांट लगाई।

यह प्रकरण मेरे संज्ञान में है। पूर्व में कॉलोनाइजरों ने कुछ दिन का समय लिया था। बाद में उनके खिलाफ प्रकरण भी दर्ज किया जा चुका है जिस पर उन्होंने जमानत ले ली। अब वे फरार हो गए हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
– अभिलाष मिश्रा, एसडीएम, महू।


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