महू/इंदौर। वन विभाग के अमले ने शुक्रवार की सुबह बिना अनुमति के भर कर लाई जा रही लकड़ी से भरी दो आयशर गाडियां जब्त की। चालक से कागजात मांगने पर वह अमले को कोई भी कागज नहीं दिखा सका। जब्त लकड़ी की कीमत साठ हजार रुपये बताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, मुखबिर से सूचना मिलने पर वन विभाग के अमले ने पोस्ट ऑफिस कार्यालय के सामने दो आयशर वाहनों को रोका। आयशर क्रमांक एमपी04जीए1068 तथा एमपी09जीएफ7800 में जलावन लकड़ी के गुटके भरे हुए थे।
वनपाल राम सुरेश दुबे ने जब चालकों से इन लकड़ियों की अनुमति के कागजात मांगे तो वह मौके पर नहीं दिखा सके। बताया जाता है कि एक आयशर को जब रोकना चाहा तो चालक तेजी से चलाकर भागने का प्रयास करने लगा, लेकिन चौराहे पर मोड़ होने के कारण सड़क किनारे एक दीवार के पास स्टीयरिंग फेल होने के कारण रूक गया, जिसे बाद में जब्त किया गया। वहीं दूसरे आयशर ट्रक को वन विभाग के अमले ने जब्त कर महू कार्यालय भेज दिया।
वाहनों की जब्ती की यह कार्रवाई इन दिनों चर्चा में बने वनपाल राम सुरेश दुबे ने की है, जिन्होंने प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर व उनके समर्थकों पर जबरन वन विभाग द्वारा जब्त किए गए ट्रैक्टरों व अन्य सामानों को ले जाने का मामला बनाया था।
इस संबंध में वन विभाग के एसडीओ आरके लहरी ने बताया कि
सूचना मिलने पर दोनों वाहनों को रोक कर जब कागजात मांगे गए तो चालक नहीं दिखा सका। वाहनों को कार्यालय में खड़ा करवा दिया गया है और इसमें भरे लकड़ी के गुटकों की कीमत साठ हजार रुपये होगी। चालकों से पूछताछ की जा रही है।