इंदौरः ब्रांडेड कंपनी की सीमेंट में मिला रहे थे राख, ढ़ाबे के पीछे मिली 250 बोरियां जब्त


कंपनी की शिकायत पर प्रशासन ने एक ढ़ाबे पर छापामार कार्रवाई की, जहां से ढाई सौ से ज्यादा सीमेंट की बोरियां जब्त की गई हैं जिसमें सीमेंट के साथ राख मिला कर बेची जा रही थी। जब्त सीमेंट की कीमत एक लाख रुपये है। इस मामले में एक आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया।


अरूण सोलंकी अरूण सोलंकी
इन्दौर Updated On :
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महू। वर्षो से ढ़ाबे की आड़ में नामी कंपनी की बोरियों में सीमेंट के साथ राख मिला कर बेचने का एक नया मामला सामने आया है। कंपनी की शिकायत पर प्रशासन ने एक ढ़ाबे पर छापामार कार्रवाई की, जहां से ढाई सौ से ज्यादा सीमेंट की बोरियां जब्त की गई हैं जिसमें सीमेंट के साथ राख मिला कर बेची जा रही थी। जब्त सीमेंट की कीमत एक लाख रुपये है। इस मामले में एक आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया।

अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी के उप प्रबंधक कमल सिंह ने बताया कि हमे लंबे समय से शिकायत मिल रही थी कि ग्रामीण क्षेत्र में हमारी सीमेंट में भारी मिलावट कर बेची जा रही है। हमने पहले अपने स्तर पर इसकी जांच पड़ताल की तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई जिसमें हमारी कंपनी की सीमेंट में राख व अन्य सामग्री मिलाकर बेची जा रही है।

जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को इसकी शिकायत की गई। इस पर गुरूवार को मानपुर क्षेत्र के कालीकिराय में संचालित राजस्थानी होटल भीलवाड़ा ढ़ाबे के पीछे प्रशासन व पुलिस ने संयुक्त छापामार कार्रवाई की। ढ़ाबे के पीछे एक टापरे में छिपाकर रखी गई 252 सीमेंट की बोरियां मिली। यह सीमेंट की बोरियां अल्ट्राटेक कंपनी की थी।

ढ़ाबे पर शिवराम निवासी राजस्थान से पूछताछ की गई लेकिन वह पूरी जानकारी नहीं दे सका। बताया जाता है कि आगे ढ़ाबे चलता है और पीछे यह मिलावट करने का गैरकानूनी काम होता है। यहां कंपनी की बोरियों में से आधी सीमेंट निकाल कर राख व अन्य चीजें मिलावट कर वापस कंपनी की तरह पैक कर बेच दी जाती थी।

पैकिंग बिलकुल कंपनी की तरह की जाती था ताकि ग्राहकों को किसी प्रकार की शंका नही हो। यह कार्रवाई नायब तहसीलदार रितेश जोशी, आरआई डाबर व पटवारी लालसिंह जामले के नेतृत्व में की गई। यहां से जब्त मिलावटी सीमेंट की कीमत करीब एक लाख रुपये बताई जाती है। प्रशासन ने पंचनामा बना कर मिलावटी सीमेंट जब्त कर ली है।

कमलसिंह ने बताया कि कंपनी की और से एक सीमेंट की बोरी की कीमत 330 रुपये के आसपास है जबकि शिवराम आदि उक्त मिलावटी सीमेंट को 280 से 300 रुपये प्रति बोरी कीमत में बेचते हैं। इस कारण ग्राहक इनके जाल में फंस जाता है।

नायब तहसीलदार जोशी ने बताया कि शिवराम से पूछताछ की जाएगी। इसके बाद ही पूरे मामले का खुलासा होगा। जब्त सीमेंट को जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा।



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