महू। वकील साथी के साथ दुर्व्यवहार करने वाले पुलिस जवान को निलंबित करने की मांग को लेकर गुरुवार की सुबह महू अभिभाषक संघ के अभिभाषकों ने सीमेंट चौराहे पर सड़क पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया। महू थाना प्रभारी को ज्ञापन देने के बाद वकीलों ने चक्का जाम समाप्त किया।
अभिभाषकों का कहना था कि उनके एक अभिभाषक साथी संजय विट्ठल अपने कानूनी कामों के लिए तहसील जा रहे थे। इस दौरान ड्रीमलैंड चौराहे पर पुलिस सब इंस्पेक्टर ने उन्हें रोका और अभद्र व्यवहार करते हुए उन्हें थाने ले गए।
इस दौरान साथी वकील ने पुलिसकर्मी को बताया कि वे अपने पेशेगत काम की वजह से लगातार न्यायालय तथा तहसील कार्यालय जाते रहते हैं, वे वकील हैं, लेकिन उनकी बात नहीं मानी।
साथी वकील से दुर्व्यवहार की जानकारी मिलने पर अभिभाषक संघ के सदस्य महू थाने पहुंचे व थाना प्रभारी से चर्चा कर पूरी जानकारी दी जिसके बाद अभिभाषक संजय बिट्ठल को छोड़ा गया।
पुलिस की इस कार्रवाई के विरोध में अभिभाषक संघ ने सीमेंट चौराहे पर बैठकर चक्का जाम किया व प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी के साथ ही पुलिस कर्मचारी को तत्काल सस्पेंड करने की मांग की गई।
करीब 20 मिनट चले चक्का जाम व विरोध प्रदर्शन के बाद महू थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपा गया व सब इंस्पेक्टर मुकेश कनौजिया को तत्काल सस्पेंड करने की मांग कर प्रदर्शन समाप्त किया गया। थाना प्रभारी ने आश्वासन दिया कि वे जांच कर आवश्यक कार्रवाई करेंगे।
इस प्रदर्शन के दौरान अभिभाषक संघ के अध्यक्ष स्वदेश दत्त पांडे ने कहा कि पुलिस के कुछ जवानों द्वारा आम नागरिकों व वकीलों के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है जबकि अपराधिक तत्व आराम से घूमते रहते हैं। उनके खिलाफ पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती।