महू। किशनगंज थाना क्षेत्र ग्राम सुतारखेडी में एक परिवार की महिलाओं से दो युवकों ने बर्तन व गहने चमकाने के नाम पर करीब डेढ़ लाख रुपये के गहनों की ठगी कर ली और वहां से फरार हो गए। किशनगंज पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
ठगी का शिकार हुईं महिलाओं के मुताबिक, आरोपितों ने स्वयं को कंपनी का कर्मचारी बताया और पहले बर्तन चमका कर दिखाए। बाद में गहने साफ कर कूकर में गर्म करने को कहा और गहने लेकर चंपत हो गए।
ठगी की घटना सुतारखेडी में यादव परिवार के साथ हुआ। यहां गुरुवार की सुबह कुसुम बाई यादव घर के बाहर बैठी थीं। इस दौरान दो युवक आए तथा अपने आप को कंपनी का कर्मचारी बताकर कुसुम यादव से पहले तांबे का लोटा मंगवाया जिसे साफ कर चमका दिया। बाद में उनके पैर से चांदी की पायजेब उतारवा कर साफ कर चमका दी।
कुसुम बाई ने बताया कि नदी के गंदे पानी के कारण पायजेब अकसर काली हो जाती है जिसे युवकों ने चमका दिया था और इसे बाद में धूप में सुखाने को कहा था।
सुनिये ठगी का शिकार हुई वृद्ध महिला का क्या है कहना –
इसके बाद में घर की अन्य बहुओं को बुलवा कर उनके सोने के गहने उतरवा कर किसी केमिकल से साफ किए और कहा कि इन्हें गर्म पानी में डाल दो। जब बहुओं ने कहा कि पतेली में गर्म पानी में डाल देते हैं तो युवकों ने कहा कि नहीं कुकर की भाप जरूरी है और सभी गहने कुकर में डाल कर बंद कर दे दिया।
कुछ देर बाद जब उन्होंने कुकर खोल कर देखा तो उनकी जान हलक में आ गई क्योंकि उसमें उनके गहने नहीं थे बल्कि सिर्फ हल्दी था। कुसुमबाई ने बताया कि युवक उनके पास से दो सोने के मंगलसूत्र, एक हार, कान के झुमके, सोने की चार चूड़ी व चांदी की पायजेब ले गए जिसकी कीमत करीब डेढ़ लाख रुपये है।
कुसुम बाई व उनकी बहुओं ने बताया कि इन युवकों ने बातों-बातों में उन्हें इतने विश्वास में ले लिया कि वे लोग कुछ समझ ही नहीं पाईं। जब तक कुकर खोल कर देखते उसके पूर्व ही दोनों युवक कहीं चले गए।
पूरे क्षेत्र में उनको तलाश किया गया लेकिन वे कहीं नहीं मिले। उनका हुलिया शहरी युवकों जैसा था व उन्होंने अपने आप को महाराष्ट्र का रहने वाला बताया जबकि बातचीत में वे उत्तरप्रदेश के लगते थे।