भोपाल। राष्ट्रीय समन्वयक एनएपीएम की वर्किंग ग्रुप की सदस्य मेधा पाटकर के नेतृत्व में एक दल बुधवार को गौतमपुरा के चांदनखेड़ी गांव पहुंचेगा और यहां हुए सांप्रादायिक झगड़े की घटना की जांच करेगा।
पिछले दिनों प्रदेश में हुई पत्थरबाज़ी की घटनाओं के बाद अब इस मामले में पुलिस और प्रशासनिक कार्रवाई की आलोचना हो रही है। प्रदेश में 27 दिसंबर को उज्जैन में, 29 दिसंबर को गौतमपुरा, इंदौर के चाँदन खेड़ी गांव में और 30 दिसंबर को मंदसौर में पत्थरबाजी की घटनाएं हुईं थीं। यह घटनाओं ने सांप्रदायिकता का माहौल बना दिया है।
इस बारे में इंदौर के प्रगतिशील वामपंथी समाजवादी और अन्य सामाजिक संगठन बुधवार को ही राज्यपाल को ज्ञापन देने के लिए कमिश्नर कार्यालय में एकत्रित होंगे और कमिश्नर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौपेंगे। सदस्यों ने बताया कि इस दौरान समुदाय विशेष को प्रताड़ित कर उसके अधिकारों का हनन किया गया और लगातार परेशान किया जिससे झगड़ा शुरु हुआ।
इन संगठनों से जुड़े सदस्यों ने बताया कि उनका यह मानना है कि ये वारदातें वर्तमान में जारी किसान आंदोलन से ध्यान भटकाने और आगामी स्थानीय निकाय चुनावों के मद्देनजर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के उद्देश्य से प्रायोजित की जा रहीं हैं। सदस्यों ने बताया कि यह सारी शर्मनाक घटनाएं पुलिस के सामने होतीं रहीं और पुलिस इन्हें चुपचाप देखती रही और प्रशासन द्वारा पीड़ितों के ही मकान तोड़े गए और उन पर रासुका भी लगाई गई।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, सोशलिस्ट पार्टी, एस यू सी आई, भारतीय महिला फेडरेशन (इंदौर, मध्य प्रदेश), अखिल भारतीय शांति एवं एकजुटता संगठन, संयुक्त ट्रेड यूनियन कौंसिल एवं इंदौर के सभी प्रगतिशील राजनीतिक सामाजिक संगठनों ने इन घटनाओं का कड़ा विरोध किया है।
इन संगठनों ने मांग की है कि इन घटनाओं की जांच की जाए और दोषियों पर कार्रवाई की जाए, इस दौरान पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के गैरजिम्मेदाराना रवैये की भी जांच की जाए और उन पर कार्रवाई की जाए तथा पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिया जाए।
बुधवार को जो दल चांदनखेड़ी गांव जाएगा उसमें रामस्वरूप मंत्री, रामबाबू अग्रवाल, अरविंद पोरवाल, एसके दुबे ,कैलाश लिंबोदिया, सीएल सरावत, प्रमोद नामदेव, सहित माकपा, भकपा,सोशलिस्ट पार्टी इंडिया, सीटू, एटक, अखिल भारतीय शांति एवं एकजुटता संगठन, सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर सहित विभिन्न जन संगठन के प्रतिनिधि शामिल होंगे। ये लोग चांदनखेड़ी में लोगोंं से भी मिलेंगे।