इंदौर। महू तहसील में इन दिनों चोरों के निशाने पर मंदिर हैं। यहां कुछ दिनों पहले एक शिव मंदिर में चोरी हुई थी तो अब काली मंदिर को चोरों ने अपना निशाना बनाया है। गुरुवार रात यहां के किशनगंज क्षेत्र के काली माता मंदिर में लगी तीन दान पेटियों सहित मूर्ती पर लगे छत्र व चांदी के जेवर चुरा ले गए।
वारदात के पहले चोरों ने यहां लगे चार सीसीटीवी कैमरों में से दो के कनेक्शन काट दिए और इसमें हुई रिकार्डिंग भी डिलीट कर दी। शुक्रवार को इस घटना की जानकारी लगने पर किशनगंज पुलिस मौके पर पहुंची।
बताया जाता है कि चोरों ने मंदिर में छत से प्रवेश किया। यहां लगे दरवाजे को तोड़ा इसके बाद मंदिर व पीछे बनी दरगाह में लगी तीन दान पेटियों को तोड़ कर उसमें रखी नकदी निकाल ले गए।
मंदिर के संचालकों ने बताया कि दरगाह की दान पेटी वर्ष में एक बार खोली जाती है। बताया गया कि मंदिर की दो दान पेटियों को बीते तीन महीने से नहीं खोला गया था। ऐसे में इनमें काफी नकदी और चढ़ावा होगा।
चोरों ने इस वारदात को अंजाम देने के पूर्व यहां लगे चार सीसीटीवी कैमरे में से दो कैमरों के कनेक्शन काट दिए थे और इसकी रिकार्डिंग भी डिलिट कर दी खी।
दान पेटी के अलावा मंदिर के एक कमरे में रखी अलमारी में से देवी मूर्ती के चांदी के मुकुट, जेवर, छत्र व दानदाताओं
द्वारा चढ़ाए गए मंगलसूत्र, चांदी की चूडियां आदि भी चुरा ले गए। चोरों ने पूरा सामान अस्तव्यस्त कर दिया।
उल्लेखनीय है कि दो माह पूर्व तहसील के अनेक मंदिरों में चोरों ने इस प्रकार की वारदात की थी जिसमें शहर के सबसे बड़े चक्कीवाले महादेव मंदिर परिसर में बने चार मंदिरों की दानपेटियों से हजारों रूपये का चढ़ावा आदि चुरा ले गए थे।
मंदिर के संचालक नितिन पटवा ने बताया कि मंदिर में हुई चोरी के बारे में उन्होंने पुलिस को शिकायत दर्ज करा दी है लेकिन चोरी में कितना सामान गया है यह फिलहाल नहीं कहा जा सकता है।
इसके बाद में पुलिस ने इस वारदात के दो आरोपितों को गिरफ्तार भी कर लिया था जो महाराष्ट्र के आकोला स्थित बाल सुधार गृह में चोरी के आरोप में बंद थे और वहां से मौका पाकर भाग निकले थे और महू में इस वारदात को अंजाम दिया था।