महू। निजी अस्पतालों में भारी भरकम बिल देने के बाद मुक्तिधाम में भी कंडों व अन्य व्यवस्था के लिए करीब तीन हजार रुपये चुकाने पड़ रहे हैं। ऐसे में प्रशासन द्वारा अब संक्रमण से मरने वालों का अंतिम संस्कार निःशुल्क करा जाएगा। यह निर्णय गुरुवार को डाक बंगले में हुई समीक्षा बैठक में मंत्री व विधायक उषा ठाकुर तथा एसडीएम अभिलाष मिश्रा ने लिया।
गुरूवार को मंत्री व स्थानीय विधायक उषा ठाकुर ने अधिकारियों व डॉक्टरों के साथ समीक्षा बैठक की। इस मौके पर कहा गया कि महू मुक्तिधाम में संक्रमण से मरने वालों का अब अंतिम संस्कार निःशुल्क किया जाएगा।
इसका सारा खर्च प्रशासन वहन करेगा क्योंकि संक्रमण के उपचार में निजी अस्पतालों में बड़ी धनराशि खर्च हो रही है। इसके बाद मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार में भी करीब तीन हजार रुपये खर्च हो रहे हैं। इसे देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
हालांकि सामान्य रूप से मरने वालों को शुल्क देना होगा। इसके अलावा शासकीय मध्यभारत अस्पताल में जल्दी ही ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट स्थापित किया जाएगा। इस पर साठ लाख रुपये खर्च होंगे।
इसके लिए जन सहयोग से पैंतीस लाख रुपये एकत्र हो गए हैं और शेष राशि विधायक निधि से दी गई है। इस मौके पर सेवा देने वाले चिकित्सक विवेक दुबे का सम्मान भी किया गया।
समीक्षा बैठक में शहर के सभी निजी चिकित्सालयों के डॉक्टर, एसडीएम अभिलाष मिश्रा, तहसीलदार धीरेंद्र पाराशर आदि मौजूद थे। बैठक में मंत्री ठाकुर ने संक्रमण के चलते संक्रमितों को दी जा रही चिकित्सा सेवा की समीक्षा की।
इस मौके पर डॉक्टरों ने कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर गलतफहमी हो रही है जबकि हर संक्रमित को यह इंजेक्शन लगाना अनिवार्य नहीं है। यह तय कर लिया जाए कि जब तक डॉक्टर आवश्यक होने पर इसे नहीं लिखेंगे, तब तक इंजेक्शन नहीं लगाया जाएगा।
कार्यक्रम में मंत्री ठाकुर ने निजी चिकित्सालय के अलावा शासकीय मध्यभारत अस्पताल में अपनी सेवा देने वाले डॉ. विवेक दुबे का सम्मान भी किया।
इसके अलावा महू मुक्तिधाम पर इलेक्ट्रीक शवदाह मशीन भी जल्दी ही स्थापित की जाएगी। बैठक में परिषद के मनीष अग्रवाल, नगर अध्यक्ष पीयूष अग्रवाल, रवि आर्य, सुभाष पाटीदार व संगीता भार्गव आदि मौजूद थे।