इंदौर। जिला प्रशासन की भू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई जारी है। दो थानों में दर्ज छह एफआईआर और इनमें 17 लोगों को आरोपी बनाए जाने के बाद एक भूमाफिया पर रासुका की कार्रवाई की गई है।
मामले में एसपी आशुतोष बागरी द्वारा एक एसआईटी टीम का गठन भी किया गया है। जिसमें खजराना व एमआईजी के थाना प्रभारी व सायबर सेल से एक अधिकारी को टीम में शामिल किया गया है। इस बीच 14 भूमाफियाओं पर 10- 10 हजार का इनाम घोषित किया गया था।
एसपी आशुतोष बागरी ने बताया कि फरार भूमाफियाओं पर 10 – 10 हजार के इनाम को बढ़ाया जाएगा। जिसका प्रस्ताव डीआईजी द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा गया है। वहीं कुछ भूमाफियाओं ने अपने नाम पते गलत लिखवा दिए थे जिससे भूमाफियाओं को खोजने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
इसके अलावा एक भूमाफिया गुलाम रसूल की मौत हो चुकी है जिसकी जांच की जा रही थी। इसके साथ ही फरार भूमाफियाओं के लिए लगातार पुलिस दबिश दे रही है लेकिन भूमाफिया पुलिस के हाथ नहीं लग सके है।
उल्लेखनीय है कि इंदौर प्रशासन ने लोगों की शिकायत पर दो गृह निर्माण संस्थाओं पर कार्यवाही की और करीब 3250 करो रुपए की जमीन मुक्त करवाई है। इस कार्रवाई से करीब डेढ़ हजार लोगों को लाभ मिला है।
दो थानों में दर्ज छह एफआईआर और इनमें 17 लोगों को आरोपी बनाए जाने के बाद एक भूमाफिया पर रासुका की कार्रवाई की गई है।
इन लोगों से भू माफियाओं ने इनके प्लॉट अपने नाम करवा लिए थे और उन पर नई कॉलोनियां बनानी शुरू कर दी थी। एक ऐसी ही कॉलोनी को पिछले दिनों जिला प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया।
इस कार्रवाई के बाद इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह अवैध कब्जों पर सख्त नजर आ रहे हैं। जेल बैठक में भी उन्होंने सभी कनिष्ठ अधिकारियों से इस तरह के मामलों पर बिना देर कार्रवाई के लिए कहा है।