नगर पालिका द्वारा शहर में चलाए जा रही अतिक्रमण मुहिम के विरोध में ओल्ड हॉस्पिटल रोड के व्यापारियों ने बुधवार को आधे दिन के लिए अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर विरोध जताया। व्यापारियों ने रैली निकालकर नगर पालिका के खिलाफ नारेबाजी करते हुए शहर के मुख्य मार्गों से गुजरते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में व्यापारियों ने आरोप लगाया कि नगर पालिका द्वारा अतिक्रमण हटाने के नाम पर उनके प्रतिष्ठानों के साइन बोर्ड और सायबान हटाए जा रहे हैं, जो जमीन से 10 फीट ऊपर लगे हुए हैं और यातायात को बाधित नहीं करते। उन्होंने बताया कि सायबान का उद्देश्य ग्राहकों और सामान को धूप और बारिश से बचाना है, लेकिन नगरपालिका भेदभावपूर्ण तरीके से इन्हें भी हटाने का कार्य कर रही है।
व्यापारियों ने इस कार्रवाई को अनुचित बताते हुए कहा कि एमजी रोड शहर का सबसे चौड़ा मार्ग है, जहां जाम जैसी कोई समस्या नहीं है और वर्षों से व्यापार यहां बिना किसी बाधा के चल रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रशासन व्यापारियों को सुविधाएं उपलब्ध कराने में असफल रहा है, और उल्टा उन्हें परेशान किया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि अगर किसी व्यापारी ने अतिक्रमण किया है, तो पहले सूचना और नोटिस देकर उसे हटाने का मौका दिया जाए। ज्ञापन सौंपने के बाद व्यापारियों ने दोपहर में दुकानें खोल दीं और कारोबार शुरू किया।
पहले दिन भी दिखा था विरोध
मंगलवार को भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के विरोध में व्यापारी आक्रोशित हुए थे। नगर पालिका द्वारा एमजी रोड पर अतिक्रमण हटाने की छठे दिन की कार्रवाई के दौरान व्यापारियों ने विरोधस्वरूप दुकानें बंद कर दी थीं और सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया था। विरोध को देखते हुए नगर पालिका ने कार्रवाई को रोक दिया था, और व्यापारियों ने ज्ञापन सौंपने की बात कही थी।
त्योहारी सीजन में व्यापार या विरोध?
ओल्ड हॉस्पिटल रोड के व्यापारी सचिन महाजन ने कहा कि नवरात्रि, दशहरा, और दिवाली जैसे बड़े त्योहार सामने हैं, और ऐसे समय में अगर अतिक्रमण के नाम पर कार्रवाई होती है, तो व्यापार करना मुश्किल हो जाएगा। व्यापारी संघ के अंकुर तिवारी ने कहा कि पिछले वर्षों में दंगे और कर्फ्यू के कारण व्यापार पहले ही प्रभावित हुआ था, और अब त्योहारों के समय पर यह कार्रवाई होना बेहद दुखद है। उन्होंने बताया कि व्यापारियों ने त्योहारी सीजन के लिए लाखों की खरीदी की है, और इस वक्त व्यापार में बाधा उत्पन्न होना चिंता का विषय है।